Geeta Bhawan, गीता भवन हरिद्वार में बरस रहा है भागवत कथा का अमृत
Geeta Bhawan, The nectar of Bhagwat Katha is pouring in Geeta Bhawan Haridwar.
Geeta Bhawan, कुबेर देवता के दो पुत्र थे नल कुबेर और मणिग्रीव दोनों महा अभिमानीऔर व्यसनी थे, एक बार वे दोनों कुछ स्त्रियों के साथ नदी में स्नान और जलक्रीड़ा कर रहे थे तभी वहां नारद मुनि आ गये नारद को महिलाओं ने अपने वस्त्र धारण कर लिये लेकिन नल कुबेर और मणिग्रीव दोनों निर्वस्त्र ही खड़े रह कर मदिरापान करते रहे।
इस घटना से क्रुद्ध होकर नारद मुनि ने दोनों कुबेर पुत्रों को जड़ वृक्ष हो जाने का श्राप दिया,नारद के श्राप से भय भीत दोनों कुबेर पुत्रों ने नारद मुनि से क्षमा याचना करते हुए खुद को भगवान कृष्ण के आंगन का वृक्ष बनाने की विनय की तब दोनों कुबेर पुत्र भगवान कृष्ण के बाल्यकाल का अवलोकन करते हुए भगवान कृष्ण की लीला से मुक्ति को प्राप्त हुए।
हरिद्वार में भोलागिरी रोड पर स्थित गीता भवन में श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन 6 नवम्बर से 12 नवंबर तक किया जा रहा है जिसमें 10 नवम्बर को श्रीकृष्ण बृजलीला का वर्णन करते हुए कथा व्यास आचार्य विष्णु दत्त ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा भगवान भावना के भूखे हैं और अपने भक्तों की रक्षा को दौडे चले आते हैं।
13 नवंबर को यज्ञ हवन के साथ पूर्णाहुति के साथ कथा विश्राम किया जायेगा।

Geeta Bhawan, The nectar of Bhagwat Katha is pouring in Geeta Bhawan Haridwar.
