तिरुपति लड्डू विवाद के बाद देशभर के मंदिरों में प्रसाद को लेकर कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में उत्तराखंड के प्रमुख चारधामों में से दो धाम केदारनाथ और बदरीनाथ धाम का संचालन कर रही बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने प्रसाद को लेकर एक नई एसओपी जारी की है। अब साल में एक बार बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिर के प्रसाद का फूड सेफ्टी ऑडिट करवाया जाएगा।
उत्तराखंड के मंदिरों में सालाना लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में तिरुपति बालाजी मंदिर में उठे प्रसाद के ऊपर विवाद के बाद उत्तराखंड की बदरी-केदार मंदिर समिति ने एक बड़ा फैसला लिया है।
मंदिर समिति के अधीन आने वाले तमाम मंदिरों में चढ़ने वाले और भक्तों को मिलने वाले प्रसाद की गुणवत्ता को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी हुई है। गाइडलाइन में हर साल मंदिर में मिलने वाले प्रसाद का फूड सेफ्टी ऑडिट किया जाएगा। इसके साथ ही समय-समय पर इस बात की भी जांच की जाएगी कि प्रसाद में मिल रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता किस तरह की है। प्रसाद बनाने के लिए रखे जाने वाली जगह की कैमरों से निगरानी की जाएगी।