चाबियां लेकर खिले लोगों के चेहरे
पुरुषों का नाम बदल महिलाओं को बनाया मालिक – धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 528 गरीबों को उनके घर की चाबी देते हुए कहा गरीबों को अपना पक्का घर देने का हमारा ये अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना मात्र नहीं है, ये प्रदेश के एक-एक वंचित को इस बात का विश्वास देने की प्रतिबद्धता है कि सरकार उनके सशक्तिकरण के लिए संकल्पित है।
उन्होंने कहा कि पहले घर, दुकान, गाड़ी, खेत सभी पुरुषों के नाम पर हुआ करते थे, परन्तु हमने यह नियम बदल कर
महिलाओं को भी घर की मालकिन बनाने का कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना के तहत लाखों रूपये के पी.एम आवास से देश की करोड़ों दीदियों को लखपति बनने का भी कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार विकास कार्यों और लाभार्थियों की सहायता करते समय न किसी गरीब की जाति देखती है और न ही किसी गरीब का धर्म, गरीबों को समर्पित हमारी सरकार गरीब की आवश्यकताओं को भली भांति समझती है तथा हर गरीब को अपनी पक्की छत देने के लिए दिन-रात काम कर रही है,उसी का परिणाम है जो आज इतनी बड़ी संख्या में ये घर रिकॉर्ड समय में बन सके हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सिडकुल रोशनाबाद हरिद्वार में लगभग 120 करोड़ की 16 विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया, इसमें 52.22 करोड़ की 9 विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा 68 करोड़ से अधिक की 7 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। कार्यक्रम में सिडकुल में सर्विस लेन का नाले सहित निर्माण कार्य किया जायेगा, रो नदी पर पुल का निर्माण किया जायेगा, सिडकुल बहादराबाद औद्योगिक क्षेत्र में पेयजल की समस्या के समाधान हेतु पानी की टंकी का निर्माण किया जायेगा, सिडकुल क्षेत्र में जलभराव समस्या के समाधान हेतु राजा बिस्कुट कम्पनी के पास नालों का निर्माण कराकर बड़े नाले से जोड़ा जायेगा, सिडकुल क्षेत्र के नालों की साफ सफाई और रख रखाव की व्यवस्था की जायेगी, बहादरा औद्योगिक सिडकुल क्षेत्र की आंतरिक सड़कों का लोक निर्माण विभाग के माध्यम से निर्माण कार्य करवाया जायेगा तथा साइन बोर्ड लगवाये जायेंगे, बहादराबाद औद्योगिक क्षेत्र में फायर स्टेशन की स्थापना की जायेगी, की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में पिछले 9 वर्षों में करीब 4 करोड़ से अधिक पक्के घर गरीब परिवारों को मिल चुके हैं, इनमें से करीब 70 प्रतिशत घर महिलाओं के नाम पर हैं। 2014 से पहले जो सरकार थी, उसने देश में शहरी आवास योजनाओं के तहत सिर्फ 13 लाख मकान ही मंजूर किए थे और इसमें से भी केवल 8 लाख मकान ही बनाए थे। इससे यह भी साबित होता है कि जब कोई सरकार “अंत्योदय“ को अपना ध्येय मानकर कार्य करती है तो परिणाम कितने अलग होते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेवा और सुशासन के आधार पर देश में विकास की एक नई परिभाषा लिखने का कार्य किया है। देश में जिस स्तर पर शोषितों और वंचितों का आज सशक्तिकरण हो रहा है वैसा आज से पहले कभी नहीं हुआ। प्रधानमंत्री की प्रेरणा तथा उनके ही मार्गदर्शन में, उत्तराखंड में भी विकास के एक नए युग का सूत्रपात हुआ है। आज प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में हर स्तर पर कनेक्टिविटी को सुधारा जा रहा है, उद्योगों के विकास पर बल दिया जा रहा है और भविष्य की आवश्यकताओं को केंद्र में रख कर नीतियां बनाई जा रही हैं। हमारे शहर अब तेजी से आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बन रहे हैं और इसी के दृष्टिगत हम निरंतर अपने शहरों को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री पहले ही 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक बता चुके हैं। हमें अब अपनी पूरी क्षमता के साथ उनके इस कथन को सार्थक कर के दिखलाना है। हमें “चरैवेति चरैवेति“ के मूल मंत्र को अपना कर, विकास को गति देते हुए सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड के ’’विकल्प रहित संकल्प’’ को सिद्ध करना है। उन्होंने कहा कि भारत के इस अमृत काल में राज्य के समग्र विकास के संकल्प के लक्ष्य की प्राप्ति में सभी को एक साथ मिलकर सहयोगी बनना होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री आवास योजना अन्तर्गत नव-निर्मित भवनों की प्रतीकात्मक चाबी लाभार्थियों को सौंपी, भवनों का निरीक्षण किया तथा एनिमल एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना भी किया।
कार्यक्रम को हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल ’निशक’ ने भी सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत बने इन आवासों का निर्माण रिकार्ड समय में पूर्ण किया गया है।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द्र अग्रवाल, राज्य सभा सांसद सुश्री कल्पना सैनी, नगर विधायक हरिद्वार मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, मेयर नगर निगम हरिद्वार सुश्री अनीता शर्मा ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
जिलाधिकारी/उपाध्यक्ष हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण विनय शंकर पाण्डेय ने इस अवसर पर लोकार्पण व शिलान्यास की गयी योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस मौके पर कार्यक्रम स्थल सिडकुल रोशनाबाद पहुंचने पर मुख्यमंत्री एवं विशिष्टजनों का पुष्पगुच्छ, प्रतीक चिह्न भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर, फीता काटकर किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन रेडक्रास सचिव डॉक्टर नरेश चौधरी ने किया।
इस अवसर पर रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, भाजपा जिला अध्यक्ष हरिद्वार संदीप गोयल, अध्यक्ष रूड़की शोभाराम प्रजापति, पूर्व विधायक ज्वालापुर सुरेश राठौर, भाजपा महामंत्री आशु चौधरी, उपाध्यक्ष विकास तिवजी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह, सचिव हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण उत्तम सिंह चौहान, एमएनए दयानन्द सरस्वती, एसडीएम पूरण सिंह राणा, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा, एस0पी0 सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक सुश्री रेखा यादव, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
आज जिन योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया उनका विस्तृत विवरण इस प्रकार है:-
आज जिन योजनाओं का लोकार्पण किया गया उनमें हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण की प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत इंद्रलोक फेस-02 में 528 नवनिर्मित आवास, जिनकी लागत 4175.00 लाख रुपए, बहादराबाद स्थित पण्डित दीन दयाल उपाध्याय उद्यान का निर्माण/सौंदर्यीकरण का कार्य लागत 104.61 लाख रूपये, बिरला घाट से चण्डी चौक तथा ललतारों चौक की ओर रिक्त पड़ी भूमि पर उद्यानीकरण तथा सौन्दर्यीकरण का कार्य, लागत 9.89 लाख रूपये, शंकराचार्य चौक से ऋषिकेश की ओर जाते हुये बाये किनारे पर उद्यानीकरण/सौन्दर्यीकरण का कार्य, जिसकी लागत 11.48 लाख रूपये, इन्द्रलोक आवासीय योजना फेस-1 एवं आसपास के क्षेत्रों में जल भराव की समस्या के निदान हेतु नाले का निर्माण, जिसकी लागत 145.10 लाख रूपये है।
नगर निगम हरिद्वार क्षेत्रांन्तर्गत सूखे कूड़े के निस्तारण हेतु एमआरएफ सेण्टर की स्थापना लागत 300.00 लाख रूपये, नगर निगम हरिद्वार क्षेत्रान्तर्गत गीले कूडे़ के निस्तारण हेतु बायो कम्पोस्टर की स्थापना, लागत 279.00 लाख रूपये, नगर निगम हरिद्वार क्षेत्रान्तर्गत निर्मित ए0बी0सी0 सेण्टर के संचालन, अवशेष सिविल कार्य एवं उपकरणों की स्थापना, जिसकी लागत 119.33 लाख रूपये तथा स्वच्छ भारत मिशन योजनान्तर्गत नगर निगम हरिद्वार क्षेत्र में 18 नवनिर्मित सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण, जिसकी लागत 78.00 लाख रूपये है, का लोकार्पण किया।
इसी तरह जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण द्वारा सिटी काम्पलेक्स हरिद्वार में 02 टेनिस कोर्ट, 02 स्क्वाश कोर्ट, इंडोर शूटिंग रेंज, सिंथेटिक बैडमिंटन कोर्ट और मौजूदा बैडमिंटन कोर्ट की विशेष मरम्मत का कार्य, जिनकी लागत 600.00 लाख रूपये,
अवस्थापना विकास निधि के विभिन्न निर्माण/विकास कार्य, जिसकी लागत 2919.70 लाख रूपये, अवस्थापना विकास निधि में जनपद हरिद्वार स्थित विभिन्न पार्कों/स्थलों के निर्माण/ सौन्दर्यीकरण का कार्य, लागत 310.59 लाख रूपये, नगर निगम हरिद्वार क्षेत्रान्तर्गत चारधाम यात्रा हेतु 22 ऑटोमैटिक स्मार्ट वाटर एटीएम, जिनकी लागत 66.00 लाख रूपये, नगर निगम हरिद्वार क्षेत्रान्तर्गत पावन धाम आश्रम के निकट निराश्रितों हेतु रैन बसेरों का निर्माण, लागत 190.99 लाख रूपये, नगर निगम हरिद्वार क्षेत्रान्तर्गत चण्डीघाट एवं सराय स्थित 4.21 मी0टन लीगेसी वेस्ट का भूमि पुनरूद्धार कार्य, जिसकी लागत 2314.00 लाख रूपये, नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत 20 स्मार्ट टॉयलेट, जिनकी लागत 400.00 लाख रूपये है, प्रमुख हैं।