आयुष मंत्रालय व केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (CCRYN) के सहयोग एवं पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार के प्राकृतिक चिकित्सा व योग विज्ञान संकाय के तत्वावधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यक्रम ‘योग अनप्लग्ड – यूथ फेस्ट 2025’ का समापन हुआ जिसमें प्रतिभागी विद्यार्थियों को पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण जी तथा भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष एन.पी. सिंह का आशीर्वाद व उद्बोधन प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण जी ने कहा कि यह आयोजन विशेष रूप से 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव जी के कुशल नेतृत्व व दृढ़ संकल्प से आज योग की गंगा पूरे विश्व में प्रवाहित हो रही है। 21 जून को पूरा विश्व अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में एक सूत्र में पिरोया हुआ प्रतीत होता है। आचार्य जी ने बताया कि 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पतंजलि योगपीठ तथा हरियाणा सरकार के साथ संयुक्त तत्वाधान में ब्रह्मसरोवर, कुरुक्षेत्र की पवित्र भूमि पर होने जा रहा है। यह योग युग का प्रारंभ है और हम सौभाग्यशाली हैं कि इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी व सहभागी हैं।
कार्यक्रम में एन.पी. सिंह ने कहा कि यह युवा महोत्सव प्राच्य व आधुनिक युग के समकालीन प्रयोगों का एकीकृत रूप है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन निश्चित ही युवा पीढ़ी का चहुँमुखी विकास करेंगे और उनके उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
प्राकृतिक चिकित्सा और योग विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष डॉ० तोरन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में पाँच प्रतिष्ठित कॉलेजों- शुभ भारती विश्वविद्यालय, मेरठ; गुरुकुल विश्वविद्यालय, हरिद्वार; एस.जी.टी। विश्वविद्यालय, गुरुग्राम; उत्तरांचल आयुर्वेद महाविद्यालय एवं पतंजलि विश्वविद्यालय के लगभग 125 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। उन्होंने बताया कि इस महोत्सव में 11 इवेंट आयोजित किए गए जिनमें से 6 एकल तथा 5 ग्रुप इवेंट थे। आचार्य जी ने विजेता प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार के साथ स्मृति चिन्त व प्रशस्ति पत्र भेंट किए।
पतंजलि विश्वविद्यालय के प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग विज्ञान संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ० कनक सोनी ने सभी आगन्तुक महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ० मयंक अग्रवाल, ओडीएल डायरेक्टर प्रो। सत्येन्द्र मित्तल, कुलसचिव डॉ० आलोक कुमार सिंह, कुलानुशासक स्वामी आर्षदेव, परीक्षा नियंत्रक डॉ० ए.के। सिंह, संकायाध्यक्ष शोध एवं शिक्षण डॉ० ऋत्विक सहाय बिसारिया, प्राकृतिक चिकित्सा और योग विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष डॉ० तोरन सिंह व पतंजलि विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकगण व छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।