आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ डॉ. रघुनंदन सिंह टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी की ओर से विकासखंड नैनीडांडा ब्लॉक सभागार में आयोजित दो दिवसीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण जनजागरुकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हो गया है। प्रशिक्षण में ग्रामीणों, ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों, होमगार्ड, पीआरडी स्वयंसेवकों समेत अन्य प्रतिभागियों को आपदा से पूर्व, आपदा के दौरान और आपदा के बाद किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत जानकारी व प्रशिक्षण दिया गया।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपेश काला ने प्रतिभागियों को आईआरएस प्रणाली, आपदा परिचालन केंद्र की कार्यप्रणाली तथा आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आपदा के समय घटनाओं की जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने स्थानीय लोगों को भी रेस्क्यू संबंधी बुनियादी जानकारी रखने पर बल दिया, ताकि घायल व्यक्तियों को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आपदा जोखिम के बारे में जागरुकता बढ़ाना, तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमता को सशक्त करना तथा जोखिम को कम करना है।
इस दौरान एसडीआरएफ टीम ने प्रतिभागियों को आपदा की स्थिति में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर अस्थायी संरचना तैयार करने और राहत कार्यों की व्यावहारिक जानकारी दी।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख नैनीडांडा प्रकीर्ण नेगी, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ डॉ. रघुनंदन सिंह टोलिया उत्तराखंड प्रशासन अकादमी से कोर्स डायरेक्टर डॉक्टर मंजू पाण्डे, खंड विकास अधिकारी प्रमोद चंद्र पाण्डे, एसडीआरएफ से जितेन्द्र सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।