देवसंस्कृति विश्व विद्यालय की पूर्व छात्रा,अल्यूमिनि स्मिता को मिला ग्रीन्स बुक आफ रिकॉर्ड

Alumni of Dev Sanskriti Vishwavidyalaya Alumni Smita got Greens Book of Records

विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पंड्या ने स्मिता को शुभकामनाएं दीं

अल्यूमिनी स्मिता ने विश्वविद्यालय का विश्व में मान बढ़ाया।

हरिद्वार 21 जून, 3 घंटे 10 मिनटऔर 12 सेकंड तक स्मिता कुमारी ने सेंटर स्प्लिट होल्डिंग (समकोणासन, योग) कर, नया  विश्व रिकॉर्ड कायम किया।

सेंटर स्प्लिट होल्डिंग, समकोणासन को सबसे लम्बे समय तक बनाये रख कर  विश्व रिकॉर्ड बना स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली अल्यूमिनि स्मिता वर्ष 2015-2017 में देव संस्कृति विश्वविद्यालय, उत्तराखंड की छात्रा रहीं।

अल्यूमिनि स्मिता ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय से एप्लाइड योग और ह्यूमन साइंस में मास्टर की पढ़ाई की।

स्मिता 2019 में एक प्रोफेशनल योगा इंस्ट्रक्टर के रूप में एईएल से जुड़ीं थीं,स्मिता ने स्वर्ण पदक पा कर गहरी प्रसन्नता जताते हुए कहा, ” योग मेरे लक्ष्यों का कोई नियोजित हिस्सा नहीं था, अहमदाबाद जाना भी कुछ वैसा ही था। यह कदम मेरे लिए जीवन बदलने वाला साबित हुआ है, मुझे अपने साथी सहयोगियों में एक परिवार मिला है।”

29 वर्षीय स्मिता के पास पहले योग से जुड़ा कोई भी बैक ग्राउंड नहीं था, और इस फील्ड में अपने पैर जमाने के लिए उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।

विभिन्न आसनों में पारंगत होने तक स्मिता ने कडा संघर्ष और घंटों अभ्यास करना जारी रखा।

वर्तमान में स्मिता कुमारी देश के सबसे बड़े उद्योगपति गौतम अदानी के अदाणी ग्रुप के हेल्थ केयर डिपार्टमेंट के साथ पिछले चार सालों से इन-हाउस योगा इंस्ट्रक्टर के रूप में जुड़ी हुईं हैं।

स्मिता ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम से अपना रिकॉर्ड सर्टिफिकेट हासिल किया, अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने स्मिता को रिकॉर्ड सर्टिफिकेट भेंट किया।

अपने इस गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से उत्साहित स्मिता ने कहा, “यह मेरे लिए बेहद रोमांचक पल था। हमारे हेल्थ केयर हेड डॉक्टर पंकज कुमार दोषी ने चेयरमैन गौतम अदाणी को सूचित किया, जिन्होंने मुझे सर्टिफिकेट दिया, मुझे अदाणी ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर, राजेश अदाणी और मैनेजिंग डायरेक्टर (एग्रो, ऑयल गैस) और अदाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) प्रणव अदाणी जैसे अन्य लीडर्स से भी मिलने का मौका मिला, जिनके साथ मैंने योग को एक करियर ऑप्शन के रूप में चुना।

इस आयोजन की तैयारी के दौरान अपने कलीग और टीम से चुनौतियों का सामना करने और उनसे पार पाने के लिए लंबी बातचीत की।”

सेंटर स्प्लिट को सीखना, उसमें पारंगत होना और उसे बनाए रखना, सबसे मुश्किल पोजीशन में से एक है योग, बैले,डांस, जिम्नास्टिक और मार्शल आर्ट जैसे विषयों में एक्सपर्टीज प्राप्त करना एक जरुरी सब-रूटीन है।

रांची की रहने वाली स्मिता ने पिछले साल गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए आवेदन करने का फैसला किया था, अंतिम दिन के कार्यक्रम की तैयारी के दौरान, उन्हें रजिस्ट्रेशन,पेपरवर्कऔर फीस जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, हालांकि इस दौरान अदाणी स्पोर्ट्स लाइन भी उनकी सहायता के लिए आगे आया।

स्मिता कुमारी को ग्रीन्स बुक औफ रिकॉर्ड स्थान मिलने पर गायत्री परिवार प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या, शैल बाला पंड्या जीजी ,देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉक्टर चिन्मय पंड्या ने अपनी शुभकामना दी हैं।
इस समाचार को सुनते ही समग्र विश्व विद्यालय परिवार में ख़ुशी की लहर दौड़ गई।

 

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