****समर कैंप समापन सम्मान समारोह 22 जून को

हरिद्वार। शिव मंदिर समिति, शिवालिक नगर के अध्यक्ष अनिल कुमार माथुर ने बताया कि समिति का उद्देश्य मंदिर निर्माण के साथ भावी पीढ़ी के चरित्र का निर्माण करना है। इस कड़ी में समिति की ओर से बच्चों को संस्कारित शिक्षा देने पर जोर दिया जा रहा है।

बताते चलें कि शिव मंदिर समिति शिवालिक नगर की ओर से 2 जून से लेकर 17 जून 2025 तक समर कैंप का आयोजन किया गया। इस समर कैंप में विभिन्न स्कूलों के 88 बच्चों ने भाग लिया। 15 दिनों तक चले समर कैंप में बच्चों को योगा, क्राफ्ट एवं संस्कारित शिक्षा देने पर जोर दिया गया। इस मौके पर समिति के महासचिव शशि भूषण पांडेय ने कहा कि रविवार, 22 जून 25 को शिव मंदिर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस समारोह में समर कैंप में भाग लेने वाले बच्चों एवं उनके अभिभावकों को सम्मानित किया जाएगा।‌ समर कैंप संयोजक रेखा सिंघल ने बताया कि सेवा निवृत्त होने के उपरांत उन्होंने अपना जीवन बच्चों के समग्र विकास के लिए समर्पित कर दिया है। समर कैंप का मुख्य उद्देश्य बच्चों को संस्कारित शिक्षा देना है। इस समर कैंप में विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों का समूह बनाकर प्रतियोगिता कराई गई। विजेताओं को पुरस्कृत कर सम्मानित भी किया गया। समिति के उपाध्यक्ष अशोक मेहता ने कहा कि मैकाले की शिक्षा पद्धति से लोगों को रोजगार मिला लेकिन संस्कारों का अभाव हो गया है। शिव मंदिर समिति, शिवालिक नगर की ओर से बच्चों को संस्कारित बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

समर कैंप के समापन पर रविवार, 22 जून 2025 को पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा। समर कैंप में भाग लेने वाले सभी बच्चों को पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। समर कैंप के सफल आयोजन किया मंदिर समिति के अध्यक्ष अनिल कुमार माथुर, उपाध्यक्ष अशोक कुमार मेहता, महासचिव शशि भूषण पांडेय , सचिव राम ब्रत सिंह कुशवाहा, संयोजक मैडम रेखा सिंघल , सदस्य अजय मलिक,

सुरेश सिंघल, मैडम सरस्वती पुंडीर, पुष्पा अग्रवाल मैडम ने भी सहयोग किया।


By Shashi Sharma

Shashi Sharma Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, she provided her strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got her pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of her pen. Delivered.

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