Another disaster in Uttarkashi, उत्तरकाशी में फिर आपदा, पहले खीरगंगा अब यमुना ने दिखाया विकराल स्वरूप, स्याना चट्टी में दो मंजिला भवन जल मग्न।
Another disaster in Uttarkashi, first Kheer Ganga and now Yamuna has shown its terrible form, two-storey building in Syana Chatti submerged in water.
मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी तथा सभी एहतियाती कदम उठाने के आपदा सचिव को दिये निर्देश।
Another disaster in Uttarkashi, उत्तरकाशी यमुनोत्री धाम के नगरीय क्षेत्र स्याना चट्टी में भारी बारिश के बाद यमुना नदी में बनी अस्थाई झील से इलाके के कई भवन दो मंजिल तक डूब गए हैं।
कुछ भवनों के क्षतिग्रस्त होने पुल टूटने तथा जनहानि की सूचनाएं भी आ रही है।
उत्तरकाशी गहरी आपदाओं से जूझ रहा है, जनजीवन अस्त-व्यस्त है इन परिस्थितियों को देखते हुए
मुख्यमंत्री उत्तराखंड, पुष्कर सिंह धामी ने सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन को स्यानाचट्टी में मलबा आने से बनी झील से जल निकासी हेतु जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए चैनेलाइजेशन के लिए समुचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी तथा सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने सुरक्षित स्थानों में ठहराए गए लोगों के साथ ही स्यानाचट्टी के निवासियों के लिए भोजन, रसोई गैस, दवाईयों के साथ ही पेट्रोल व डीजल तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया कि उत्तरकाशी जिले के स्यानाचट्टी में मलबा आने से बनी झील को खोलने के प्रयास निरंतर जारी हैं, झील के एक हिस्से को खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी, एसडीआरएफ, सिंचाई विभाग और अन्य सम्बंधित एजेंसियां जुटी हैं। पिछले एक घंटे में झील के जलस्तर में लगभग 2 फुट तक कमी आई है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में नदी के एक हिस्से से पानी की निकासी हो रही है। दलदल होने के कारण चैनेलाइजेशन अभी संभव नहीं हो पाया है। राहत और बचाव दलों द्वारा अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है।
उन्होंने स्थानीय लोगों से धैर्य बनाए रखने तथा किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ, एनडीआरफ, फायर तथा सिंचाई विभाग की टीम राफ्ट के जरिए ग्राउंड जीरो पर पहुंच गई हैं।
वहीं मलबा आने से निर्मित झील को जल्द से जल्द खोलने हेतु एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, आपदा प्रबंधन, पीडबल्यूडी की टीमें मौके पर मौजूद हैं। पूरे क्षेत्र की ड्रोन से निगरानी की जा रही है। उत्तरकाशी जनपद के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य भी मौके पर मौजूद हैं। स्वास्थ्य, राजस्व, खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम भी ग्राउंड जीरो पर मुस्तैद हैं।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने स्यानाचट्टी के लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। जल्द ही झील के पानी की निकासी कर दी जाएगी। प्रशासन द्वारा लोगों के लिए सभी सुरक्षात्मक उपाय किए जा रहे हैं।
उत्तरकाशी जिले के यमुना वैली के स्यानाचट्टी में मलबा आने से निर्मित झील को जल्द से जल्द खोलने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस, खाद्य आपूर्ति और पीडब्ल्यूडी की टीमों सहित सभी एजेंसियां मौके पर हैं।
मौके पर मौजूद जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने कहा है कि स्थानीय लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रशासन द्वारा लोगों के लिए सभी सुरक्षात्मक उपाय किए जा रहें हैं। स्थिति अनुकूल होते ही झील को खोलने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
परिस्थितियों को देखते हुए झील के कारण क्षेत्र में संभावित खतरे को प्रशासन ने स्यानाचट्टी के आसपास के घरों और होटलों को खाली करा लिया है।
और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है, अस्थायी झील को खोलने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम वोट के साथ मौके पर पहुंच चुकी है। साथ ही राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें भी घटनास्थल पर मौजूद है और स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं। राहत एवं बचाव टीम सभी आवश्यक संसाधनों के साथ घटनास्थल पर तैनात है।