Ghanshyam Bhawan, प्रेम नारायण दास, घनश्याम भवन हरिद्वार व आश्रम से जुडी अन्य संस्थाओं के उतराधिकारी मंहत नियुक्त।

Ghanshyam Bhawan, Prem Narain Das was appointed as the successor Mahant of Ghanshyam Bhawan Haridwar and other institutions connected with the Ashram.

Ghanshyam Bhawan, हरिद्वार भोपतवाला दूधाधारी चौक स्थित घनश्याम भवन के मंहत संचालक किशन दास महाराज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आज प्रेम नारायण दास को घनश्याम भवन हरिद्वार व आश्रम से जुडी अन्य संस्थाओं का उतराधिकारी मंहत नियुक्त किया गया।

इस अवसर पर बाबा हठयोगी, ऋषिकेश मंडल के संरक्षक मंहत मंहामंण्लैश्वर डा० रामेश्वर दास महाराज, मंहत रघुवीर दास, मंहत नारायण दास पटवारी, मंहत किशन दास तथा महाम्णलैश्वर मंहम श्यामदास महाराज ने बैरागी समाज के प्रमुख पंचों द्वारा प्रैमनारायण दास को घनश्याम भवन का मंहत को गद्दी पर बैठाकर गद्दी नशीन किया तथा तिलक चादर व फूल माला पहना कर पद् पर बिभुषित किया।

इस अवसर पर बाबा हठयोगी महाराज ने कहा मंहत किशन दास का प्रेमनारायण दास को अपना उतराधिकारी नियुक्त करने का उत्तम निर्णय है।

आज हरिद्वार ऋषिकेश में भू माफियाओं की कु दृष्टि आश्रमो ओर धर्शालाओं की सम्पत्ति पर लगी हुई है मंहत किशन दास द्वारा लिया गया निर्णय समझदारी भरा निर्णय है।

इस अवसर पर महामंण्लेशर डा0 रामेश्वर दास ने कहा आश्रमो की व्यवस्था समाज की भलाई के लिए बनाई गई है उन्हें विश्वास है कि मंहत किशन दास की तरह नवनुक्त मंहत प्रेम नारायण दास भी घनश्याम भवन का नाम आपने भक्तों की सेवा कर प्रसिद्धि की ओर ले जायेंगे।

इस अवसर पर भी मंहत गणेश दास, रेवती दास, एड0 वीरेंद्र तिवारी, मंहत अब बिहारी दास, मंहत सरजू दास, मंहत राजेन्द्र दास, मंहत करूणा दास, मंहत सूरज दास, मंहत निर्मल दास, मंहत रमेश्वर दास, मंहत दामोदर दास, मंहत कन्हैया दास, कोतवाल धर्मदास, राघव दास, मंहत शम्भू दास, गुलशन शर्मा, मंहत माता रंजना दासी मंहाम्णलैशर मंहत श्याम दास राम मंदिर भोपतवाला पीठाधीश्वर मंहत राम दास महाराज मंहत सीता शरण दास मंहत सीता राम दास महाराज मंहत गोपाल दास महाराज, आदि मंहतो ने उतराधिकारी मंहताई के कार्यक्रम में भाग लिया!

By Shashi Sharma

Shashi Sharma Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, she provided her strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got her pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of her pen. Delivered.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *