अजीबो-गरीब मुकदमें में हरिद्वार के वकील ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से नारको कराने की मांग की।
In a strange case, Haridwar’s lawyer demanded the Chief Minister of Uttar Pradesh to get Narco done.
महिला ने उन्नाव में देवर पर बेटे के बलात्कार का आरोप लगाया।
हरिद्वार 15 जून उन्नाव के एक अजीबो-गरीब मुकदमें में हरिद्वार के एडवोकेट अरुण भदौरिया ने अचम्भा जताते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उन्नाव के एसएसपी से मुकदमे में दोनों पक्षों के नारको टेस्ट करा कर किसी भी तरह के झूठे मुकदमे दर्ज कराने वालों पर नकेल कसने की मांग की है।
हाल ही में उन्नाव जिले में थाना बांगरमऊ क्षेत्र में एक महिला ने अपने पति और देवर और सास के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया है उसमें यह बताया कि मेरा देवर मेरे 4 साल के बच्चे के साथ उसको शराब पिलाकर उसके साथ कुकर्म करता था और इसको कर्म कराने में अपने पति और सास का भी नाम दर्ज कराया गया साथ ही महिला ने अपने पति और पति के दोस्तों को अपने साथ दुष्कर्म किए जाने के लिए भी एक एफ आई आर दर्ज कराई है।
मेरे द्वारा इसमें एसपी उन्नाव श्री सिद्धार्थ मीना को रजिस्टर डाक द्वारा और मेल के द्वारा और माननीय मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी के पोर्टल पर साथ ही बाल समिति न्याय पीठ की प्रीति जो कल्याण समिति है उन्हें भी मेल आईडी के माध्यम से ऐसी झूठी शिकायतों के लिए दोनों पक्षों का नारको कराए जाने के लिए कहा है और सुझाव भी दिया है ताकि यह झूठे और फर्जी , दुष्कर्म वाले मुकदमे दर्ज न हो और ना ही कोई दर्ज करने की झूठी हिम्मत करें अगर दोनों पक्षों का नारको होता है तो एक तो यह साफ हो जाएगा कि झूठ कौन बोल रहा है और सच कौन बोल रहा है दूसरी बात यह है कि आगे से कोई भी आदमी झूठा आरोप लगाकर किसी की छवि को खराब नहीं करेगा क्योंकि जिस तरह से इस महिला ने झूठे आरोप लगाए हैं उस हिसाब से संभ्रांत व्यक्ति का उसका समाज में निकलना बाहर आना-जाना दुबर हो जाएगा ऐसे में सबसे बढ़िया इलाज नारको है नार्को बच्चे का भी होना चाहिए जो सच बचाएगा कि उसके साथ में क्या हरकत हुई या नहीं इस संबंध में मेरे द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी को भी रजिस्टर्ड डाक से भी साथ ही उनके पोर्टल पर भी नारको कराए जाने के लिए प्रार्थना पत्र भेज दिया गया है