माता काली मंदिर पटियाला में ब्रह्मलीन जगतगुरु पंचानंद गिरी महाराज की मूर्ति का अनावरण किया गया।
ब्रह्मलीन जगतगुरु पंचानंद गिरी महाराज की शिष्या भुवेश्वरी नन्द गिरि को मंदिर का नव महंत बनाया गया
नव महंत बनाने के प्रस्ताव का अनुमोदन श्रीमहंत नारायण गिरि ने किया
श्रीमहन्त हरि गिरि महाराज के दिशा-निर्देशन में हुए समारोह में नव महंत बनाने का प्रस्तावक श्रीमंहत प्रेम गिरि रहे।
पटियाला,29 जुलाई माता काली मंदिर पटियाला पंजाब के ब्रह्मलीन जगतगुरु पंचानंद गिरी महाराज का जन्मदिवस शनिवार को श्रद्धाभाव से मनाया गया।
इस अवसर पर ब्रह्मलीन जगतगुरु पंचानंद गिरी महाराज की फूल समाधि व मूर्ति का अनावरण किया गया जिसके बाद षौडशी भंडारा हुआ, जिसमें देश भर से आए साधु-संतों व श्रद्धालुओं ने शिरकत की।
अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा समिति, श्री हिंदू तख्त व श्री शिव शक्ति सेवा दल लंगर चैरिटेबल ट्रस्ट पटियाला के सहयोग से आयोजित समारोह कार्यक्रम के अध्यक्ष अन्तर्राष्ट्रीय संरक्षक श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा व महामंत्री अखिल भारतीय अखाडा परिषद श्रीमहन्त हरि गिरि महाराज के दिशा-निर्देशन में हुआ।
समारोह में उनके दिशा-निर्देशन में श्री पंचदशनाम अखाडे के अध्यक्ष श्रीमंहत प्रेम गिरि ने ब्रह्मलीन जगतगुरु पंचानंद गिरी महाराज के स्थान पर नवमहंत बनाने का प्रस्ताव श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा व भक्तों के समक्ष रखा।
महामण्डलेश्वर स्वामी महेशानन्द गिरि महाराज पीठाधीश्वर श्रीधाम वृन्दावन व पंजाब मण्डल जूना अखाड़ा के धुरी के श्रीमहन्त हरदेव गिरि महाराज ने प्रस्ताव का समर्थन किया तथा श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर गाजियाबाद, अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा, राष्ट्रीय अध्यक्ष दिल्ली संत महामण्डल श्रीमहंत नारायण गिरि ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया।
जूना अखाड़ा 13 मढी के रिद्धनाथी बालक गद्दी के गादीपति श्रीमहन्त पृथ्वी गिरि महाराज हिसार हरियाणा, पंजाब मण्डल जूना अखाड़ा के धुरी के श्रीमहन्त हरदेव गिरि महाराज, सचिव श्रीमहंत गणपत गिरी महाराज, सचिव श्रीमहन्त महेश पुरी महाराज, श्रीमहन्त मोहन भारती महाराज, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी नरसिन्हानन्द गिरी महाराज काली मन्दिर डासना, महामण्डलेश्वर स्वामी विरेन्द्रानन्द गिरी महाराज हिमालय योगी, श्रीमहन्त विद्यानन्द गिरि महाराज सादीहरी पंजाब, श्रीमहन्त सिद्धेश्वर यती, श्रीमहन्त शिवानन्द सरस्वती, सचिव श्रीमहन्त बृहस्पति गिरि, थानापति महन्त धर्मेन्द्र गिरि, महन्त गिरिशा नन्द गिरि देवी मन्दिर दिल्ली गेट गाजियाबाद, श्री महंत थानापति कुछ पुरी महाराज के अलावा उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि के हजारों सन्तों-महन्तो की उपस्थिति मे पंचानन्द गिरि महाराज की शिष्या भुवेश्वरी नन्द गिरि को जूना अखाड़ा की ओर से चादर विधि करके नवमहन्त काली मन्दिर गौशाला लंगर का नियुक्त किया गया।
तदोपरान्त विशाल षोडशी भण्डारा सम्पन्न हुआ उससे पूर्व फूल समाधी पर शिवलिंग स्थापना करके सन्तों ने पूजन किया।
ब्रह्मलीन पंचानन्द गिरि महाराज की मूर्ति का अनावरण हुआ और श्रद्धांजलि सभा में ब्रह्मलीन जगतगुरु पंचानंद गिरी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।