क्वारब में लगातार हो रहे भूस्खलन और सड़क की बदहाल स्थिति को लेकर विधायक मनोज तिवारी ने सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रविवार को नगर के एक होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि क्वारब मार्ग तीन जिलों के लिए जीवन रेखा है, लेकिन बार-बार सड़क बंद होने से व्यापार और पर्यटन पर गहरा असर पड़ा है। इस साल गर्मियों में पर्यटन कारोबार सामान्य से सिर्फ 20 प्रतिशत ही रह गया। विधायक तिवारी ने कहा कि करोड़ों रुपये की लागत से क्वारब डेंजर जोन में बनाई जा रही रिटेनिंग वॉल की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। मीडिया और समाचार पत्रों में छपी तस्वीरें और रिपोर्ट इस बात की पुष्टि करती हैं कि निर्माण कार्य में लापरवाही हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि काम शुरू हुए अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन दीवारों में दरारें आने लगी हैं। यह साफ दर्शाता है कि भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण और गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने मांग की कि संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की जाए और ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार, 8 सितंबर को जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे से मुलाकात कर इस संबंध में जांच की मांग वाला ज्ञापन सौंपेगा।
विधायक तिवारी ने चेतावनी दी कि यदि मामले में हीलाहवाली की गई तो कांग्रेसजन, व्यापारी वर्ग और आमजन के साथ मिलकर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता के पैसों की बर्बादी किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं की जाएगी। प्रेस वार्ता में कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, नगर अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, पूर्व नगर अध्यक्ष पूरन रौतेला, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुशील साह, जिला महामंत्री भैरव गोस्वामी सहित अन्य कार्यकर्ता और व्यापारी मौजूद रहे।