Nandnagar disaster update, बादल फटने से 30 भवन और गौशाला क्षतिग्रस्त 10 लोगों के मलबे में लापता होने की संभावना

Nandnagar disaster update, Cloudburst damages 30 buildings and cowshed, 10 people likely missing in debris

2 महिलाओं व1 बच्चे को SDRF ने निकाला रेस्क्यू अभियान जारी

Nandnagar disaster update, आज 18 सितम्बर 2025 की रात चमोली के नंदगांव में आई आपदा में स्थानीय पुलिस द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार घटना में अब तक 10 लोगों के मलबे में लापता होने की संभावना है। साथ ही 02 महिलाओं व 01 बच्चे को घायल अवस्था में निकालकर उपचार हेतु भेजा गया है।

आपदा के बाद पुलिस एवं प्रशासन लगातार राहत व बचाव कार्यों में जुट गया है, जबकि आपदा के कारण मार्ग अनेक स्थानों पर अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही कठिन हो गई है। ऐसी विषम परिस्थितियों में भी जिलाधिकारी संदीप तिवारी एवं पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार पैदल ही मार्ग पार करते हुए घटनास्थल पर पहुँचे है, अधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर स्थिति का गहन जायज़ा लिया एवं राहत व बचाव कार्यों को और अधिक गति देने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

चमोली पुलिस एवं प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने, चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं आवश्यक राहत सामग्री वितरित करने के लिए निरंतर कार्यरत है।

SDRF पोस्ट गोचर से उप निरीक्षक जगमोहन के नेतृत्व में टीम मार्ग अवरुद्ध होने व क्षेत्र में लगातार भारी वर्षा के कारण टीम को कठिनाइयों का सामना करते हुए लगभग 08 किमी पैदल मार्ग से होते घटनास्थल पर पहुँची, मौके पर स्थानीय पुलिस व प्रशासन, DDRF इत्यादि की टीमें मौजूद है।
एसडीआरएफ टीम द्वारा अन्य प्रभावित/लापता व्यक्तियों की खोज एवं राहत-बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

चमोली जिले के नंदानगर तहसील में अति वृष्टि से प्रभावित गांवों में तैनात किए गए जिला स्तरीय अधिकारियों की लिस्ट जारी की गई है।

 

By Shashi Sharma

Shashi Sharma Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, she provided her strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got her pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of her pen. Delivered.

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