रणनीतिक संचार, सांस्कृतिक संरक्षण और जमीनी स्तर पर सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए, आज लेफ्टिनेंट जनरल अनिन्द्या सेनगुप्ता, PVSM, UYSM, AVSM, YSM, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, सेंट्रल कमांड, जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक रेखा यादव एवं आर्मी पब्लिक स्कूल की तीन छात्राओं ने कुमाऊं क्षेत्र के पहले सामुदायिक रेडियो स्टेशन ‘पंचशूल पल्स’ 88.4 FM का आर्मी पब्लिक स्कूल पिथौरागढ़ से उद्घाटन किया। स्टेशन के उद्घाटन के अवसर पर जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने इस पहल के लिए सेना के प्रयासों की सरहना की, उन्होंने कहा कि यह रेडियो स्टेशन अग्रिम क्षेत्र पिथौरागढ़ में स्थित ‘पंचशूल पल्स’ भारतीय सेना की एक अग्रणी पहल है, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों की आवाज़ बनना तथा सोर घाटी की स्थानीय विशेषताएं, संस्कृति, गायन, वादन आदि को बढ़ावा देने के साथ ही, सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार करने एवं जनसमस्याओं पर चर्चा करना है।
इसके अतिरिक्त यह रेडियो स्टेशन पर्यटकों को मौसम व सड़कों की स्थिति की जानकारी देगा तथा स्थानीय नागरिकों तक सही और ताज़ा सूचनाएं पहुंचाएगा, उन्होंने कहा कि यह सामुदायिक रेडियो स्टेशन सेना, सिविल प्रशासन और एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के पास स्थित दूरस्थ गांवों के नागरिकों के बीच संचार का एक सशक्त माध्यम बनेगा तथा स्थानीय भाषाओं और बोलियों में प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से पिथौरागढ़ के कलाकारों एवं छिपी हुई प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच मिलेगा । उन्होंने स्थानीय निवासिओं से “पंचशूल पल्स” का समर्थन करने का आग्रह किया ताकि यह सीमा क्षेत्रों के लोगों के दिल कि आवाज़ बन सके और उनकी संस्कृति और परम्परों को सुरक्षित करते हुए उन्हें जोड़ सके।
“पंचशूल पल्स” (जिसका टैगलाइन है “हिल से दिल तक”) इस रेडियो स्टेशन में स्थानीय समस्याओं, विकास से जुड़ी चुनौतियों और सरकारी योजनाओं पर चर्चाएं की जाएंगी तथा ग्रामीणों, युवाओं, पूर्व सैनिकों, महिला नेतृत्वकर्ताओं और सशस्त्र बलों के साथ साक्षात्कार कार्यक्रमों का प्रसारण होगा इसके अतिरिक्त कुमाऊंनी परंपराओं, लोक संगीत, बॉलीवुड व हिंदी गीतों, त्योहारों और मौखिक इतिहास पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल साक्षरता, आपदा प्रबंधन और मौसम की जानकारी पर जागरूकता के कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाएंगे।
रेडियो स्टेशन पर पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को मौसम व मार्ग की स्थिति की सटीक जानकारी प्रदान करने के लिए सूचना प्रसारण का कार्य किया जाएगा।
पंचशूल पर्वत श्रृंखला की पृष्ठभूमि में बसे इस रेडियो स्टेशन का नाम उस दृढ़ता और जड़ता का प्रतीक है, जो इस सीमावर्ती क्षेत्र की पहचान है। यह पहल भारत सरकार की ‘वाइब्रेंट विलेजेज़ प्रोग्राम’ के उद्देश्यों के अनुरूप है, जिसका लक्ष्य सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी और जागरूकता को सुदृढ़ करना है। यह केवल समावेशी संचार की दिशा में एक कदम नहीं है, बल्कि सूचना सुरक्षा, युवाओं की भागीदारी और कुमाऊं की सांस्कृतिक आत्मा को संरक्षित करने का एक सशक्त माध्यम भी है।
इस दौरान आर्मी के विभिन्न पदों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया।