घोड़ों को सिगरेट पिलाने वाले मालिक पर पुलिस ने किया,केस दर्ज स्थानीय लोगों ने किया विरोध |
सिगरेट पिलाना इलाज का तरीका घोडा मालिकों ने कहा |
उत्तराखंड 24 जून इन दिनों सोशल मीडिया पर केदारनाथ के रास्ते में घोडे को सिगरेट पिलाने का एक वायरल वीडियो खासा चर्चाओं में है वायरल वीडियो पर पशुओं से क्रूरता का दावा किया जा रहा है तो पशुओं के मालिक इसे घोड़े के इलाज का एक तरीका बात रहे हैं |
हालांकि वायरल वीडियो के आधार पर पशु क्रूरता के संबंध में कोतवाली सोनप्रयाग पर अभियोग भी दर्ज कर लिया गया है, रुद्रप्रयाग पुलिस के अनुसार अभियोग पंजीकृत करने के साथ ही एक वीडियो जनपद रुद्रप्रयाग केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग के पड़ाव स्थान भीम बली से ऊपर छोटी लिंचोली नामक स्थान का होना पाया गया है।
पुलिस के अनुसार इस संबंध में केदारनाथ यात्रा के सुव्यवस्थित संचालन के लिए स्थानीय जिला प्रशासन के स्तर से नियुक्त किए गए सेक्टर अधिकारी द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर संबंधित घोड़ा संचालक के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता व पशु क्रूरताअधिनियम की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर, विवेचना की जा रही है
जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का ये भी कहना है कि विश्वविख्यात केदारनाथ धाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम तक पहुंचने के लिए अलग-अलग माध्यम है। केदारनाथ धाम की यात्रा एक कठिन यात्रा मानी जाती है। गौरीकुंड तक वाहनों के माध्यम से पहुंचने पर तकरीबन 16 किलोमीटर की पैदल चढ़ाई को पार करने के लिए पैदल या डंडी कंडी या घोड़े खचरों के माध्यम से पहुंचा जाता है। यह प्रक्रिया वापसी के समय की भी है यात्रा के पैदल मार्ग पर संचालित होने वाले घोड़े खचरों के साथ होने वाली क्रूरता की शिकायतें मिलने पर पुलिस के स्तर से संबंधित थाना चौकियों परअभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्रवाई की जाती है।
पुलिस का कहना है,कुछ दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दो अलग-अलग वीडियो चल रहे हैं जिनमें यह देखा जा रहा है कि संबंधित घोड़ा खच्चर स्वामियों द्वारा अपने घोड़े खच्चर की नासिका,नाक द्वारा सिगरेट पिलाई जा रही है।
इस संबंध में जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का कहना है की उनके स्तर से वीडियो की पड़ताल की गई,इसमें एक वीडियो उत्तराखंड का पाया गया है पुलिस के अनुसार इस वर्ष की यात्रा काल में जनपद रुद्रप्रयाग द्वारा यात्रा काल में वंशीय पशुओं के साथ हो रही क्रूरता के संबंध में कुल 14 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं।
जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस ने केवल मानव ही नहीं अपितु पशुओं के प्रति होने वाली क्रूरता के प्रति भी संवेदनशीलता दिखाई है।
हालांकि दूसरी ओर स्थानीय निवासी पुलिस की सोशल मीडिया वाल पर जा कर पुलिस की कारवाई को गलत बताते हुए वीडियो वायरल करने वालों को नासमझ और सस्ते लाईक की चाहतबताया है शोषल मीडिया पर कुछ लोगों का कहना है कि जब खच्चर के पेट में गैस से दर्द होता है तो उस से निजात दिलाने के लिए यह सिगरेट वाला घरेलू नुक्सा अपनाया जाता है।
यह भी कहा जाता है कि पशुओं में एक मुख्य बीमारी होती है सूल की, जोकि यमुनोत्री मार्ग और केदारनाथ मार्ग में अधिक देखने को मिलती है घोड़े खच्चरों में जिसका सबसे बढ़िया घरेलू उपाय यही है जो इस घोड़ा खच्चर संचालक ने किया है और आज भी गांव के घोड़ा खच्चर संचालक यही घरेलू विधि से उसका इलाज करते हैं जो कि 99% तक सफल इलाज भी माना जाता है।
एक अन्य सोशल मीडिया कमेन्ट के अनुसार जब किसी भी जानवर को सूल यानि गैस हो जाती है तो उसका बॉडी का तापमान गिरने लगता है जिससे जानवर की मौत तक हो जाती है उस जानवर को बचाने के लिए यह घरेलू नुक्सा कारगर साबित होता है|
हाल ही में घोड़े खचरों को लेकर उत्तखण्ड सरकार द्वारा घोड़े खच्चरों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए गरम पानी की व्यवस्था किए जाने और वेटनरी डाक्टरों की व्यवस्था के आदेश दिए थे,और घोडा खच्चरों के मालिक पशुओं के स्वास्थ्य के लिए और भी कई उपचार किए जाते देखे गए हैं |
फिर भी मानते हैं कि भाई को। पशु चिकित्सक से इलाज करवाना चाहिए घोड़ा खच्चर संचालक की। यह गलती है।रुद्रप्रयाग के ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष अवतार नेगी ने। घोड़े को सिगरेट पिलाना एक आयुर्वेदिक उपचार बताया है।पुलिस के ट्विटर अकाउंट पर एक अन्य। व्यक्ति ने। लिखा है। कि जब किसी भी जानवर को सोल्जर जाती है तो उसका बॉडी का तापमान गिरने लगता है जिससे जानवर की मौत तक हो जाती है उस जानवर को बचाने के लिए यह घरेलू नुक्सा कारगर साबित होता है