registration closed for two days, दो दिन बंद रहेगा चारधाम यात्रा पंजीकरण,शासन ने जारी की सूचना
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15 और 16 मई को 2 दिन के लिए चार धाम यात्रा पंजीकरण रहेगा बन्द।
चौतरफा अपार भीड़ के कारण एसएसपी हरिद्वार ने की यात्रियों से दो दिन सहयोग की अपील।
गंगोत्री धाम पर भारी भीड़ के कारण रास्ते जाम, प्रशासन ने की मोबाइल टीम तैनात, यात्रियों तक पहुंचाये जा रहे पानी बिस्कुट, भंडारे का किया बंदोबस्त।
registration closed for two days, शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुरेश यादव ने बताया कि 15 और 16 मई को दिन के लिए चार धाम यात्रा पंजीकरण बन्द रहेगा, निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता लेकिन सम्भवतः यात्रा मार्ग पर भारी भीड़ के चलते शासन को यह निर्णय लेना पड़ा हो सकता है।
registration closed for two days, उधर देहरादून राज्य सूचना निदेशालय द्वारा जारी एक सूचना के अनुसार गंगोत्री मार्ग पर बढ़ते वाहनों के दबाव को देखते हुए प्रशासन ने तीर्थयात्रियों की मदद के लिए मोबाइल टीम तैनात कर दी है।
तीर्थयात्रियों को पीने का पानी, बिस्किट, ग्लूकोज, भोजन व्यवस्था एवं एम्बुलेंस के साथ जरूरत पड़ने पर मेडिकल टीम तीर्थयात्रियों का चेकअप और फर्स्ट एड दे रही है।
registration closed for two days, यमुनोत्री धाम से रिकॉर्ड तीर्थयात्रियों का जत्था गंगोत्री धाम को आने से रामलीला मैदान, भटवाड़ी रोड, नेताला, मनेरी, भटवाड़ी, गंगनानी, सुक्की, झाला, हर्षिल, धराली, भैरवघाटी से गंगोत्री तक वाहनों को रुक रुक कर आगे भेजा जा रहा है।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया, कि गंगोत्री मार्ग पर वाहनों का दवाव बढ़ने पर तीर्थयात्रियों को पानी समेत अन्य जरूरी मदद की एवं मोबाइल टीमों को मदद के निर्देश दिए गए।
तीर्थयात्रियों हेतु नजदीकी होटल, ढाबों में निःशुल्क भोजन की व्यवस्था एवं कुछ जगह भंडारे भी लगाए जा रहे हैं,registration closed for two days,
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने भी यात्रियों से दो दिन तक धैर्य का परिचय देने की अपील की है, उन्होंने सूचना जारी करते हुए कहा है कि
“चारधाम यात्रा पर आ रहे सभी प्रिय श्रृद्धालुओं/पर्यटकों से आग्रह है कि चारों धामों के अगले दो दिन तक सभी स्लॉट बुक होने के कारण चौतरफा अपार भीड़ है। ऐसे में वहां जाना जोखिम भरा हो सकता है। अतः बेहतर रहेगा कि आप एक या दो दिन गंगा स्नान एवं आसपास स्थानों का भ्रमण करते हुए हरिद्वार में हीं बिताएं और तरोताजा होकर पुनः अपनी यात्रा को प्रस्थान करें।”
Shasan prashasan ke liye Pariksha ki ghadi