religion,धर्म-कर्म और दर्शन -136
religion and philosophy- 136
🏵️फरेब के मायाजाल का शिकार बनने से बेहतर है”ॐ साम्ब सदा शिवाय नमः” महामंत्र का जाप🏵️
यहां क़त्तई नही जान पाओगे कौन सच्चा है ! अपने घर के आस पास के मठ मन्दिर या आश्रम पर तलाश करिये किसी योग्य तांत्रिक, गुरु,आचार्य अथवा सिद्ध पुरुषों से समाज भरा पड़ा है,मगर हां ! इन्हें ढूंढना थोड़ा कठिन होता है
मित्रों ! बड़े दुःख से कहना पड़ रहा है कि तंत्र के नाम पर सिर्फ फ्रॉड फ्रॉड और फ्रॉड ही तो होता है,ज्योतिष ! हंसी आती है मुझे ! रील इंस्टा यूट्यूब पे ये सब “पोडकास्ट” देख कर ! कर्ण पिशाचिनी की बात हो रही है,अघोर पर चर्चा की जा रही है,हर कोई अघोरी ही बन गया है !जबकी अघोर शब्द का अर्थ सही से पता नही होगा ! बड़े बड़े जयोतिष के नुस्खे प्रस्तुत कर जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है।वो सब उपाय कर के लोग अपना हानि करवा ले रहे हैं।फेसबुक पर तो आप सभी जानते ही हैं किस तरह की गंध मची हुई है ! कौन सही है ! कौन सच्चा है ! और कौन गलत ये बता पाना तो असम्भव ही है ! लूट मची है तंत्र के नाम पर।
पर एक बात सच है मित्रों ! लोग भी कम नही हैं ! लोगों को सत्य-इष्ट-ईश्वर-परमात्मा से कोई लेना देना नही है ! लोगों को चाहिए ‘पावर’ ! हर कोई पावर चाहता है ! और तंत्र ‘पावर’ देता भी है ये भी सत्य है।अपनी वासना(इक्षा) को पूरा करने के लिए लोग तंत्र को शॉर्टकट समझते हैं।और फिर वो ठगे जाते हैं ! ऐसे ही लोग ठगे जाते हैं। तंत्र “विज्ञान” है मित्रों ! इसका प्रचंड सम्मान होना चाहिए।ये शिव मुख से निकला है ! तंत्र भैरव विज्ञान का एक एक शब्द “ब्रम्ह वाक्य है”।ये अनन्त ब्रम्हांड जितना विराट है ! उतना ही विराट तंत्र है।इस ब्रम्हांड को जानने का व सत्य को उपलब्ध होने का सूत्र सिर्फ तंत्र ही देता है इसके अतिरिक्त और कोई मार्ग है ही नही।ये जितने धर्म-पंथ-सभ्यताएं हैं ! जड़ शिव है ! वो पूर्वज हैं हमारे ! शिव आदि हैं ! तंत्र भी आदि है ! और हां ! उतना ही आधुनिक भी है ये ! तंत्र आने वाले हजारों वर्षों तक मॉडर्न ही रहेगा ! विज्ञान कभी पुराना नही होता ! इसका सम्मान तो करो ! ये तो बना ही है कि आओ और मेरा इस्तेमाल करो।
और हां ! वशीकरण वालों ! वशीकरण के लिए अघोरी तांत्रिक बाबाओं की तलाश फेसबुक पर बन्द कर दो,वरना बर्बाद हो जाओगे ! समय और धन दोनो ही नष्ट होगा आपका ! जालसाजी से बचो ! मैंने बार बार कहा है वशीकरण एक जटिल विद्या है जो कि आश्रमों और मठों तक सीमित है गुप्त है, बाहर इसके नाम पर सिर्फ फ्रॉड होता है।
श्रावण मास के इन शुभ दिनों में आप सब सिर्फ “ॐ साम्ब सदा शिवाय नमः” का जप करें,ये महामंत्र है मित्रों ! टेस्टेड है ! जीवन को चमत्कारिक रूप से बदलने की क्षमता रखता है ये मंत्र।पूजा पाठ यदि न हो पा रही हो ! समय निकाल पाना मुश्किल हो रहा हो ! तो ऐसी स्थिति में ‘बोल बम’ से बड़ा कोई मंत्र नही है-स्वयं को शिव से जोड़ कर रखें, कल्याण निश्चित ही होगा।
OM Haling Baglamukhi Devyai Namh.
डॉ रमेश खन्ना
वरिष्ठ पत्रकार
हरीद्वार ( उत्तराखंड)