जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में आज भारत सरकार की पोस्ट डिजास्टर नीड एसेसमेंट (पीडीएनए) टीम की बैठक आयोजित हुई, जिसमें विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ आपदा से हुई क्षति और आवश्यकताओं पर विस्तार से चर्चा की गयी।

अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल ने दल को आपदा से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की जानकारी दी और बताया कि सड़क, पेयजल, सिंचाई, स्वास्थ्य, कृषि, विद्युत और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। दल प्रमुख निदेशक यूएलएमएमसी शांतनु सरकार ने कहा कि आकलन कार्य पूरी पारदर्शिता और प्राथमिकता के साथ किया गया है, ताकि प्रभावित परिवारों और क्षेत्रों को समयबद्ध सहायता उपलब्ध कराई जा सके। साथ ही उन्होंने आपदा प्रबंधन के अंतर्गत राहत एवं पुनर्वास कार्यों में विभागों के बीच बेहतर समन्वय बनाए रखने पर भी बल दिया।
बैठक के दौरान विभागवार क्षति का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया तथा दल द्वारा सभी विभागों से प्राप्त आंकड़ों का संकलन किया गया, जिसे आगामी कार्यवाही के लिए भारत सरकार को प्रेषित किया जाएगा। यह रिपोर्ट भविष्य में पुनर्वास, पुनर्निर्माण एवं आपदा प्रबंधन की योजनाओं के निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

बैठक के उपरांत दल ने सैंजी गांव का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दल ने आपदा प्रभावित परिसंपत्तियों का जायज़ा लिया और स्थानीय निवासियों से संवाद कर उनकी समस्याएँ सुनीं। प्रभावित लोगों ने मकानों, दुकानों, पशुधन, होटलों, फसलों और व्यवसायों को हुए नुकसान की जानकारी दी तथा शीघ्र क्षतिपूर्ति, पुनर्वास और रोजगार की मांग रखी। दल द्वारा सड़कों, पुलों, सार्वजनिक भवनों, बिजली एवं जलापूर्ति लाइनों को हुई क्षति के साथ-साथ कृषि, फसलों, पशुधन और आजीविका के अन्य साधनों की स्थिति का भी आकलन किया गया। इसके उपरांत पीडीएनए की टीम द्वारा पाबौ-संतूधार के बीच जगह-जगह क्षतिग्रस्त हुई सड़क का निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के पश्चात दल ने नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की तथा सेक्टरवार क्षति के आंकड़ों पर चर्चा की।

ज्ञातव्य है कि मानसून सत्र 2025 के दौरान जनपद पौड़ी गढ़वाल में हुई अतिवृष्टि एवं प्राकृतिक आपदाओं से विभिन्न विभागीय परिसंपत्तियों को व्यापक क्षति पहुँची और जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। इसी क्षति के समग्र आकलन एवं भावी योजनाओं के निर्धारण हेतु भारत सरकार की पीडीएनए टीम आज पौड़ी पहुंची।

इस अवसर पर मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रोफेसर सीबीआरआई रुड़की डीपी कानूनगो, प्रतिनिधि एनडीएमए रानू चौहान, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी, पीडी डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी मानविंदर कौर, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राम सलोने, जिला पंचायती राज अधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला शिक्षाधिकारी (माध्यमिक) रणजीत सिंह नेगी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपेश काला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

By Shashi Sharma

Shashi Sharma Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, she provided her strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got her pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of her pen. Delivered.

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