Self Help Group, महिलाओं को आजीविका का नया माध्यम उत्कर्ष स्वयं सहायता समूह द्वारा खानपुर में रेस्टोरेंट की शुरुआत।

Self Help Group, Utkarsh Self Help Group starts a new means of livelihood for women by starting a restaurant in Khanpur.

खंड विकास अधिकारी खानपुर जगेन्द्र सिंह राणा द्वारा किया गया शुभारंभ।

 

Self Help Group, ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत महिलाओं को आजीविका का नया माध्यम
“स्वयं सहायता समूह” के अंतर्गत “उत्कर्ष रेस्टोरेंट” के तौर पर मिला है।

समूह की महिलाओं द्वारा खानपुर-पुरकाजी मार्ग पर “उत्कर्ष रेस्टोरेंट” की स्थापना की गई, जिसका शुभारंभ खंड विकास अधिकारी खानपुर जगेन्द्र सिंह राणा द्वारा किया गया।
जनपद हरिद्वार के विकासखंड खानपुर में 18 मई को एनआरएलएम के अंतर्गत गठित उत्कर्ष स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों ने ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के सहयोग से एक नई पहल की शुरुआत की।

इस अवसर पर सहायक खंड विकास अधिकारी, एनआरएलएम एवं ग्रामोत्थान परियोजना के ब्लॉक स्तर के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे। इस नई शुरुआत से न केवल महिला समूहों को रोजगार के एक स्थायी एवं सशक्त माध्यम की प्राप्ति हुई है, बल्कि इससे क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को भी नई दिशा मिली है।

रेस्टोरेंट की शुरुआत करने वाली उत्कर्ष स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अब स्थानीय व्यंजन, नाश्ते एवं स्वादिष्ट भोजन के माध्यम से आमदनी अर्जित करेंगी। इस प्रयास से वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगी और अन्य समूहों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेंगी।

यह पहल “स्वयं सहायता समूह” की मूल अवधारणा—सामूहिक प्रयास, आत्मनिर्भरता और स्थानीय संसाधनों का सदुपयोग—को साकार करती है। ग्रामोत्थान परियोजना एवं एनआरएलएम के सहयोग से ऐसी आजीविका गतिविधियों को बढ़ावा देना ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के समग्र विकास की दिशा में एक सशक्त कदम है।

रेस्टोरेंट का संचालन पूरी तरह से समूह की महिलाएं करेंगी, जिससे उन्हें व्यवसाय प्रबंधन, विपणन एवं सेवा क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा।

यह मॉडल भविष्य में अन्य स्वयं सहायता समूहों के लिए भी अनुकरणीय सिद्ध होगा।

By Shashi Sharma

Shashi Sharma Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, she provided her strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got her pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of her pen. Delivered.

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