श्री दक्षिण काली ध्यान मंत्र
Shri Dakshina Kali Dhyan Mantr
हमारे शास्त्रों में वर्णित यह शक्ति शाली ध्यान मंत्र है,इस तांत्रोक्त मंत्र के जरिये शत्रुओं के विनाश के लिए साधक मां काली की साधना करते हैं व सिद्धि प्राप्त करते हैं।
कहा गया है कि यदि भूलवश भी गलत मंत्रोच्चारण किया गया तो उसका जाप करने वाले पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ सकता है, और मां काली प्रसन्न होने की बदले रुष्ट भी हो सकती है।
प्रस्तुतकर्ता डॉक्टर रमेश खन्ना –
Shri Dakshina kali,
🌺🙏करालवदनां घोरां मुक्तकेशीं चतुर्भुजाम् ।
कालिकां दक्षिणां दिव्यां मुण्डमाला विभूषिताम् ॥
सद्यः छिन्नशिरः खड्गवामाधोर्ध्व कराम्बुजाम् ।
अभयं वरदञ्चैव दक्षिणोर्ध्वाध: पाणिकाम् ॥
महामेघ प्रभां श्यामां तथा चैव दिगम्बरीम् ।
कण्ठावसक्तमुण्डाली गलद्रुधिर चर्चिताम् ॥
कर्णावतंसतानीत शवयुग्म भयानकां ।
घोरदंष्ट्रां करालास्यां पीनोन्नत पयोधराम् ॥
शवानां कर संघातैः कृतकाञ्ची हसन्मुखीम् ।
सृक्कद्वयगलद् रक्तधारां विस्फुरिताननाम् ॥
घोररावां महारौद्रीं श्मशानालय वासिनीम् ।
बालर्क मण्डलाकार लोचन त्रितयान्विताम् ॥
दन्तुरां दक्षिण व्यापि मुक्तालम्बिकचोच्चयाम् ।
शवरूप महादेव ह्रदयोपरि संस्थिताम् ॥
शिवाभिर्घोर रावाभिश्चतुर्दिक्षु समन्विताम् ।
महाकालेन च समं विपरीत रतातुराम् ॥
सुक प्रसन्नावदनां स्मेरानन सरोरुहाम् ।
एवं सञ्चियन्तयेत् काली सर्वकाम समृद्धिदां ॥🙏🌺