श्री पंचदश नाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा ऋषिकेश पहुंची
श्रीमहंत हरि गिरी महाराज के मार्गदर्शन में पवित्र छड़ी यात्रा उत्तराखंड के तीर्थ स्थलों में जाएगी
पौराणिक तीर्थों की यात्रा के लिए 31 अक्टूबर को रवाना होगी छड़ी यात्रा: श्रीमहंत नारायण गिरि
श्री पंचदश नाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा का सोमवार को हरिद्वार व ऋषिकेश में जोरदार स्वागत किया। पवित्र छड़ी की पूजा-अर्चना व यात्रा में शामिल साधु-संतों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए भक्तों का सैलाब उमड पडा।
पवित्र छड़ी यात्रा उत्तराखंड के समस्त पौराणिक तीर्थों की यात्रा के लिए 31 अक्टूबर को रवाना होगी। सोमवार को शुभ मुहूर्त में सिद्ध पौराणिक पीठ माया देवी मंदिर में पूजा-अर्चना के पश्चात यात्रा श्यामपुर कांगड़ी स्थित श्री महंत मछंदरपुरी के आश्रम में मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर पहुंची, जहां गोकर्ण पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्रीमहंत कपिल पुरी महाराज, महामंडलेश्वर श्रीमहंत कमल पुरी महाराज, महंत महेश पुरी, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि, महंत पवनपुरी की उपस्थिति में छड़ी का स्वागत किया गया व पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरी महाराज, अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज, श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज व आचार्य महामंडलेश्वर श्रीमहंत कैलाश आनंद महाराज ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर मनोकामना श्री हनुमान जी की स्तुति व स्वस्तिवाचन के साथ पुष्प वर्षा कर पवित्र छड़ी को रवाना किया।
श्री महंत मछंदरपुरी आश्रम श्यामपुर से पवित्र छड़ी भूपत वाला गोकर्ण धाम पहुंची जहां विधिवत पूजा अर्चना के बाद रात्रि विश्राम के लिए ऋषिकेश स्थित तारापीठ मंदिर पहुंची। पवित्र छड़ी के पहुंचने पर तारापीठ के पीठाधीश्वर श्रीमहंत संध्या गिरी ने पवित्र छड़ी को रात्रि विश्राम के लिए विधि विधान से मंदिर में स्थापित किया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरी महाराजने बताया कि पवित्र छड़ी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को ऋषिकेश के पौराणिक तीर्थ माया कुंड, त्रिवेणी संगम, भरत मंदिर, तारापीठ मंदिर आदि में पूजा अर्चना कर 1 नवंबर से अपने प्रथम चरण की यात्रा विधिवत प्रारंभ करेगी। ऋषिकेश से पवित्र छड़ी लाखामंडल स्थित पांडव कालीन शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर बड़कोट में रात्रि विश्राम करेगी ।
2 नवंबर को यमुनोत्री धाम के दर्शन व पूजा अर्चना के बाद पवित्र छड़ी गढ़वाल मंडल के केदार खंड स्थित चारों धामों सहित अन्य पौराणिक मंदिरों की यात्रा प्रारंभ करेगी। पवित्र छड़ी यात्रा के प्रमुख अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत प्रेम गिरि महाराज ने बताया इस पवित्र यात्रा की अगवाई अखाड़े की चारों मढ़ी के श्रीमंत महामंडलेश्वर वीरेंद्रानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर कपिल पुरी महाराज, श्रीमहंत मोहन भारती, श्रीमहंत शिवदत्त गिरी व श्रीमहंत पुष्कर राजगिरी कर रहे हैं। श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि उत्तराखंड के उपेक्षित व गुमनाम पौराणिक तीर्थ स्थलों का विकास कर तीर्थाटन को बढ़ावा देने, पलायन रोकने, युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने व उत्तराखंड की विश्व पटल पर अलग पहचान बनाने के लिए शुरू की गई यह यात्रा गढ़वाल मंडल स्थित केदार खंड तथा कुमाऊं स्थित मानस खंड के समस्त पौराणिक तीर्थों की यात्रा करेगी। इसका समापन 24 नवंबर हरिद्वार के मायादेवी मंदिर में होगा।-dekhiye vidio देखें और चेनल को लाईक सबस्क्राइब जरूर करें