पिथौरागढ़। सीमांत जिला पिथौरागढ़ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश से ठंड काफी बढ़ गई है। बारिश और बर्फबारी के बाद जिले के तापमान में भी दो से चार डिग्री की गिरावट आई है। जिले के मुनस्यारी में जोहार घाटी, धारचूला में दारमा और व्यास घाटियों में पंचाचूली, छिपलाकेदार, हंसलिंग, ओम पर्वत, ज्योलिंगकांग, सीपू, नाभीढांग, दातू आदि क्षेत्रों में खूब बर्फबारी हुई जिससे चोटियां चांदी सी चमकने लगी हैं।
जिले में दो दिन हुई बारिश के कारण उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी हो गई है। जिले के अधिकांश हिस्सों में बारिश हुई धारचूला और मुनस्यारी की चोटियों पर हिमपात हुआ। सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी के हंसलिंग, पंचाचूली, छिपलाकेदार, नागिनीधुरा चोटियों और मल्ला जोहार के रिलकोट और चीन सीमा से सटे धारचूला की दारमा व व्यास घाटी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई।
धारचूला के उच्च हिमालयी क्षेत्र में ओम पर्वत पर बर्फबारी से इसका सौंदर्य निखर गया है। पंचाचूली की चोटियों पर बर्फबारी से मुनस्यारी पहुंचे. पर्यटकों के चेहरे खिले नजर आए। बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। सीमांत क्षेत्र धारचूला के चीन सीमा से सटे दारमा और व्यास घाटी के 10 हजार फीट से अधिक ऊंचाई वाले उच्च हिमालयी क्षेत्र के गांवों में सीजन का पहली बर्फबारी हुई।
करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर दारमा घाटी के अंतिम गांव सीपू में चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है। टूर ऑपरेटर मनीष रावल ने बतायाकि व्यास घाटी के नाभीढांग क्षेत्र में बर्फबारी हुई है। दांतू के होम स्टे संचालक अभिराज दताल ने बताया कि सोमवार देर रात से शुरू बर्फबारी और हल्की बारिश मंगलवार देर रात्रि तक जारी रही। जिससे पूरे इलाके में ठंड का प्रकोप बढ गया है।