बारह साल से ताक में बैठे अपराधी ने चोरी कर महिला को उतारा मौत के घाट
बारह साल पहले घर की रेकी करने वाले व्यक्ति ने बारह साल बाद मिले मौके का फायदा उठाते हुए घर में जेवरात की चोरी कर छल पूर्व महिला को ले जा कर मौत के घाट उतार दिया।
चोर ने ही महिला को चोरी गये जेवर तंत्र मंत्र की सहायता से मिल जाने का कपट पूर्ण सुझाव देकर तांत्रिक के पास जाने का लालच देकर गंगा नहर में फेंक कर जान से मार डाला।
हरिद्वार पुलिस ने अडतालीस घंटों के भीतर न केवल चोरी और हत्या का खुलासा किया चोरी गया सारा माल भी बरामद कर लिया।
घटना का खुलासा करते हुए हरिद्वार एसएसपी ने कहा महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराध पर हरिद्वार पुलिस बहुत संवेदनशील है उनके प्रति अपराध करने वालों को कठोर दण्ड मिले इसके लगातार प्रयत्नरत है।
उन्होंने कहा इसी प्रयास में जब साक्ष्य संकलन किये गये तो पूरी वारदात साफ हो गई।
पुलिस के अनुसार 8 मई को ज्वालापुर पीठ बाजार निवासी निखिल कुमार ने अपनी माता सुनीता देवी के बिना बताए कहीं चले जाने के संबंध में कोतवाली ज्वालापुर रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग संकलित कर महिला को 8मई की सुबह 8बजे एक सफेद रंग के ई रिक्शा में किसी आदमी के साथ जाते हुए देखा।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने खोज कर ई रिक्शा चालक को पकडा।
ई रिक्शा चालक ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि उसने महिला व उसके साथ बैठे एक व्यक्ति को ई रिक्शा से पथरी रोह पुल के पास छोड़ दिया गया था।
महिला के साथी ने रिक्शा चालक से उसका मोबाईल नम्बर लेकर वहीं पर इंतजार करने को कहा रिक्शा चालक से मिले फोन नम्बर के आधार पर पुलिस ने उनकी लोकेशन पथरी रोह पर ही होना पाया।
पुलिस टीम ने सर्विलान्स की मदद से आरोपी नसीम पुत्र मीर हसन निवासी पॉवधोई को बाल्मिकी बस्ती ज्वालापुर से घर दबोचा।
आरोपी नसीम पुत्र मीर हसन के बयान से हुए खुलासे के अनुसार नसीम ने अब से बाहर वर्ष पहले अभियुक्त नसीम ने सुनीता देवी के घर पुताई का कार्य किया गया था,पुराना कारीगर होने के नाते मृतका सुनीता और उसके परिवार ने चार महीने पहले पुनः अपने घर की पुताई का काम सौंपा, पुताई के दौरान ही सुनीता के सोने और चांदी के गहने चोरी हो गये।
सुनीता को शक था कि गहने नसीम ने ही चुराये हैं सुनीता द्वारा पुलिस को रिपोर्ट लिखाने की बात कहे जाने से घबराये नसीम ने सुनीता की हत्या का षड्यंत्र ही रच डाला।
नसीम प्लानिंग के तहत सुनीता देवी को विश्वास में लेकर झाड़ फूंक वाले से चोर का पता लगाने ले गया सुनीता देवी को नसीम पहले पथरी रोह पुल के पास मजार में ले गया पर भीड़ भाड़ ज्यादा होने के करना अपने इरादों में नाकाम रहा।
नसीम ने 8 मई की सुबह फिर से सुनीता देवी को बाल्मिकी चौक के पास बुलाकर ई रिक्शा से पथरी रोह पुल के पास ले गया, जहाँ सुनसान जगह में पूजापाठ का बहाना कर सुनीता देवी के कान के कुण्डल व अंगूठी उतरवा ली और गंगनहर में जल चढाने के बहाने धक्का दे दिया।
अभियुक्त की निशांदेही पर नसीम के घर से चोरी किए गये जेवर घटना वाले दिन सुनीता देवी से उतारे गये जेवर व अन्य सामान बरामद कर लिया गया है।
दिनांक 9 मई की सुबह महिला सुनीता का शव सोनाली पुल के पास बरामद कर लिया जिसकी शिनाख्त अरविन्द कुमार ने अपनी मां सुनीता के रूप में की।
पुलिस टीम कोतवाली ज्वालापुर से ,निरीक्षक कुन्दन सिंह राणा,SSI सन्तोष सेमवाल, उपनिरीक्षक विकास रावत, उपनिरीक्षक विजेन्द्र हेड कांस्टेबल प्रेम सिंह, कांस्टेबल सन्दीप कुमार, कांस्टेबल सुनील कुमार
CIU टीम में प्रभारी रणजीत तोमर
कांस्टेबल वसीम अकरम,कांस्टेबल उमेश कुमार, घटना के अनावरण में हेड कास्टेबल प्रेम, कांस्टेबल सुनील एवं संदीप द्वारा सी0सी0टी0वी0 का गहनता से अवलोकन कर घटना के अनावरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
बहुत सुन्दर धामी सरकार
धन्यवाद