दिल्ली से बिना बताए भाग कर हरिद्वार आये दो भाई बहन,भीख मांग पर कर रहे थे गुजर बसर
Two brothers and sisters came to Haridwar from Delhi without informing, were surviving on begging
एएचटीयू टीम को 13 दिसम्बर को हरकी पैड़ी पर भीख मांगते मिले थे दोनो नाबालिग।
बिन मां के,दिल्ली से बिना बताए हरिद्वार आये दो भाई बहन,भीख मांग पर कर ही थे गुजर बसर
बच्चों की खोज में दर दर भटकते पिता को पूर्वी दिल्ली से खोज निकाला पुलिस ने
बच्चों को पा कर भावुक हुए पिता, हरिद्वार उत्तराखंड पुलिस का किया धन्यवाद
हरिद्वार पुलिस की AHTU टीम को 2 सगे भाई बहनों दया कुमार पुत्र विकास कुमार उम्र 10 वर्ष, शिवानी पुत्री विकास कुमार उम्र 14 वर्ष भीख मांगते हुए हाथ लगे, दोनों बिना बताए अपने घर दिल्ली से हरिद्वार आ गए थे और हर की पैड़ी क्षेत्र सुभाष घाट में भीख मांग कर गुजर बसर कर रहे थे AHTUटीम ने दोनों को रेस्क्यू कर उचित संरक्षण दिलाया था।
AHTU टीम ने नाबालिकों के परिजनों को अथक प्रयासों के फलस्वरुप विशेष अभियान चलाकर दिल्ली से तलाश कर बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत कर उचित काउंसलिंग उपरांत आदेशानुसार बाल कल्याण समिति हरिद्वार बालक दया कुमार एवं बालिका शिवानी कुमारी को उनके पिता विकास कुमार निवासी खजूरी खास, उत्तर पूर्वी दिल्ली के सुपुर्द किया।
अपने लापता बच्चों की तलाश में भटकता गरीब मजबूर पिता आंखों में आंसू लिए हाथ में उनकी फोटो लिए जगह जगह खोजने का प्रयास कर रहा था एक सप्ताह से तलाश में भटकते पिता विकास कुमार की टूटती आस पर रौशनी की किरण बन हरिद्वार पुलिस ने बच्चों के स्थानीय थाने गोकुलपुरा दिल्ली में बालक दया बालिका शिवानी के संदर्भ में सूचना दी।
स्थानीय पुलिस की सहायता से वीडियो कॉलिंग के माध्यम से दिल्ली के शाहदरा शहर वा स्थानीय थाना क्षेत्र, उसके आसपास परिजनों की तलाश हेतु विशेष अभियान चलाया गया जिसके फलस्वरुप टीम को सफलता तब मिली जब टीम घर घर , मोहल्ले- मोहल्ले, गली -गली तलाशते -तलाशते हुए बच्चो की बुआ पूजा पत्नी अरविंद कुमार के संपर्क में आई क्योंकि बालक के पिता के पास कोई मोबाइल नहीं था तो बालक की बुआ को साथ में लेकर टीम द्वारा सांझ होते होते बच्चो के पिता विकास कुमार को भी तलाश लिया गया एवं बालक के पिता को दिल्ली से हरिद्वार लाकर बालक बालिका से मिलवाया गया।
दोनो बच्चे अपने पिता को अचानक सामने देख कर दौड़कर अपने पिता से लिपट गए एवं तेज- तेज से रोने लगे बालक बालिका एवं उनके पिता द्वारा रोते, बिलखते, लड़खड़ाती आवाज में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट हरिद्वार के सहयोग पूर्ण प्रभावी कार्यवाही के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार महोदय का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया।
बालक के पिता द्वारा बताया गया कि बालक की माता माया कुमारी का 6 वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो चुका है एवं बालक बालिका की पूर्ण जिम्मेदारी उनके पिता द्वारा अकेले ही उठाई जा रही है। लगभग 15 दिन पूर्व बालक के पिता काम की तलाश में पुरानी दिल्ली की ओर गए थे परंतु जब वह वापिस घर आए तो मकान मालिक द्वारा बताया गया कि उनके बच्चे पांच दिन से घर नहीं आए हैं जिससे मैं काफी परेशान हो गया था। मेरे द्वारा बच्चों को अपने रिश्तेदारों, सगे-संबंधियों के यहां तलाशा गया तो, वहा भी उनका कुछ पता नहीं चला।
इस प्रकार एक बार फिर गरीब मजबूर पिता की निराशा को आशा में एवं मायूस बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लुटाई गई।
बच्चों को पिता से मिलाने वाली पुलिस एएचटीयू टीम में, हेoका0 राकेश कुमार हेoकाo हेमलता पाल , का0 दीपक चन्द ,का0 जितेंद्र शामिल थे। देखें वीडियो -👇