यूकेडी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर अपनी सहमति जताई
Ukd agreed on Uniform civil code in uttrakhand
काशी सिंह ऐरी के नेतृत्व में दर्जनों लोग यूकेडी में शामिल
उत्तराखंड 20 जून दर्जनों लोगों ने आज केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी के नेतृत्व में उत्तराखंड क्रांति दल का दामन थाम लिया।
सदस्यता समारोह में काशी सिंह ऐरी ने नए कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि जल्दी ही पार्टी को नया नेतृत्व देखने को मिलेगा। नया चेहरा ऊर्जावान होगा और पार्टी का कुनबा तथा रीति नीति को आगे बढाने वाला होगा।
उन्होंने कहा कि पहले पार्टी के अंदर सर्वसम्मति बनाने पर विचार किया जाएगा, अन्यथा निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराया जाएगा।
यूकेडी अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि पार्टी का अधिवेशन 24-25 जुलाई को होना तय है और एक-दो दिन में अधिवेशन का स्थल भी तय कर दिया जाएगा।
यूनिफॉर्म सिविल कोड से अपनी सहमति जताते हुए कहा कि देश की विविध संस्कृति और अल्पसंख्यक और जनजातीय परंपराओं का भी ध्यान रखना चाहिए।
काशी सिंह ऐरी ने कहा कि सरकार को मंदिरों में चोरी के विवाद को बढ़ने से पहले तत्काल जांच बिठाते हुए दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि इस तरह की अप्रिय विवाद न खड़े हो सके।
इस अवसर पर काशी सिंह ऐरी ने शैलेंद्र गुसाई को जिला संगठन मंत्री, गोपाल भंडारी को जिला उपाध्यक्ष सैनिक प्रकोष्ठ, विनोद कोठियाल को डोईवाला का मंडल अध्यक्ष और राजेंद्र भट्ट को भानियावाला का मंडल अध्यक्ष का दायित्व पत्र भी सौंपा।
सभी नए सदस्यों का स्वागत करते हुए उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि लोग लगातार यूकेडी से जुड़ रहे हैं। राष्ट्रीय दलों से जनता का मोहभंग हो रहा है। क्षेत्रीय दल ही उत्तराखंड का भविष्य है।
यूकेडी में नए शामिल होने वाले चेहरे
उत्तराखंड क्रांति दल में वरिष्ठ पत्रकार अनिल थपलियाल, भूपेंद्र नेगी, पूर्व सैनिक देवचंद, गोपाल भंडारी ,एडवोकेट मनमोहन पंत, यशपाल, शैलेंद्र गुसाईं, विनोद कोठियाल, राजेंद्र भट्ट, श्रुति गुप्ता, मनोज कुमार, गौरव कुमार, प्रवीण कुमार, आदि लोग शामिल थे।
इस अवसर पर उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एपी जुयाल, मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल, महिला मोर्चा अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल, प्रवक्ता अनुपम खत्री, श्रमिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजेंद्र पंत, युवा मोर्चा उपाध्यक्ष गौरव रावत, सरोज रावत, संजय तितोरिया, गोविंद अधिकारी आदि पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता शामिल थे।