VHP in Ayodhya, अयोध्या में विहिप के प्रन्यासी मण्डल की बैठक ने प्रस्ताव पास कर मंदिर निर्माण के 496 वर्षों के बलिदानियों का जताया आभार।

VHP in Ayodhya, The meeting of the trustee board of VHP in Ayodhya passed a resolution and expressed gratitude to the sacrifices of 496 years for the construction of the temple.

22 जनवरी 2024 विश्व के इतिहास में एक स्वर्णिम तिथि बन गयी है- विहिप

बैठक में शत् प्रतिशत मतदान का संकल्प लेने सम्बंधित प्रस्ताव भी पारित किया गया।

VHP in Ayodhya, विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय प्रन्यासी मण्डल एवं प्रबन्ध समिति की अयोध्या में 25, 26, 27 फरवरी को कारसेवकपुरम, जानकीघाट पर आयोजित तीन दिवसीय बैठक के‌ दूसरे दिन आज पारित एक प्रस्ताव में संघर्षों में बलिदान हुए लाखों बलिदानियों और साधू संतो को प्रन्यासी मण्डल ने आभार व्यक्त करते हुए उनके नमन किया और कहा गया कि 22 जनवरी 2024 (पौष शुक्ल द्वादशी, संवत् 2080) विश्व के इतिहास में एक स्वर्णिम तिथि बन गयी है।

इस दिन राम मंदिर निर्माण और रामलला की पुनर्स्थापना के साथ ही इस दिन 496 वर्षों के संघर्ष की गौरवमयी, सफल, सुखद परिणिति की अनुभूति सम्पूर्ण विश्व को हुई।

VHP in Ayodhya, रामलला के साथ उनकी मर्यादाओं व हिन्दू संस्कृति की भी पुनर्प्राणप्रतिष्ठा हुई। इस दिन यह सिद्ध हो गया कि राम ही राष्ट्र हैं और राष्ट्र ही राम हैं। समस्त विघटनकारी व राष्ट्र विरोधी षड़यंत्र धूमिल हो गये। सम्पूर्ण विश्व भी इस दिन आह्लादित था क्योंकि उन्हें लगा कि एक नये भविष्य की रचना की जा रही है।,VHP in Ayodhya,

हिन्दू समाज ने जन्मभूमि पर मन्दिर निर्माण के लिए विश्व का सबसे लम्बा संघर्ष किया। 76 बार हुए भीषण युद्धों में सम्पूर्ण देश के रामभक्तों ने सहभागिता की, इनके बिना यह पावन दिवस सम्भव नहीं था। इन संघर्षों में बलिदान हुए लाखों बलिदानियों को प्रन्यासी मण्डल नमन् करता है।

सन्तों और महापुरुषों के संकल्प, दूरदृष्टी और बलिदानों के बिना यह गौरवशाली पल नहीं आ सकता था। उन सभी ज्ञात-अज्ञात संतों-महापुरुषों को वंदन है,VHP in Ayodhya

शिवरामाचार्य महाराज, महंत दिग्विजय नाथ महाराज, महंत रामचन्द्र परमहंस दास महाराज, महंत अभिराम दास महाराज, महंत अवेद्यनाथ महाराज, पूज्य वामदेव महाराज, महंत नृत्यगोपाल दास महाराज, पूज्य देवरहा बाबा, पेजावर स्वामी विश्वेशतीर्थ महाराज, हनुमान प्रसाद पोद्दार, मोरोपंत पिंगले, अशोक सिंहल, युग पुरुष परमानन्द गिरि महाराज, दीदी मां साध्वी ऋतम्भरा आदि स्वनाम धन्य संतों-महापुरुषों का हिन्दू समाज सदैव आभारी रहेगा,VHP in Ayodhya

संतों के आशीर्वाद से विश्व हिन्दू परिषद के नेतृत्व में 1984 से प्रारम्भ हुआ श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आन्दोलन विश्व का सबसे बड़ा आन्दोलन बन गया।

आन्दोलन के विभिन्न चरणों में करोड़ों रामभक्तों की सक्रिय भूमिका और सम्पूर्ण देश की सहभागिता से यह एक हिन्दू पुनरुत्थान का महाअभियान बन गया। सैकड़ों कारसेवकों के बलिदान ने मंदिर निर्माण के लिए दृढ़ राष्ट्रीय संकल्प को प्रखर रूप से प्रकट किया,VHP in Ayodhya

यह विश्व का सबसे लम्बा न्यायिक संघर्ष भी था जो 134 वर्षों तक निरन्तर चला। न्यायिक संघर्ष में विजय प्राप्त कर हिन्दू समाज ने इस अद्भुत रूप में संकल्प को साकार कराया। यह विश्व का एक विलक्षण घटनाक्रम रहा।

VHP in Ayodhya, बैठक में कहा गया कि भारत के वरिष्ठतम न्यायविद् के. पाराशरन और वैद्यनाथन के कुशल नेतृत्व में समर्पित अधिवक्ताओं का सतत् परिश्रम व योगदान अविस्मरणीय रहेगा।

स्वतन्त्रता के 77 वर्षों के पश्चात् इस संघर्ष की ऐसी गौरवशाली परिणिति के लिए वर्तमान भारत सरकार व वर्तमान उत्तर प्रदेश सरकार की कुशलता और समर्पण भी अभिनन्दनीय है।

22 जनवरी 2024 के पश्चात् एक नए युग का आरंभ हो गया है। अब राम मंदिर से रामराज्य की यात्रा आरम्भ हो गई है। यह एक सभ्यता का संघर्ष है जिसमें हिन्दू सभ्यता के सांस्कृतिक जीवन मूल्य स्थापित हो रहे हैं। इस नये युग के निर्माण का उत्तरदायित्व हिन्दू समाज को स्वीकार करना होगा और स्वयं को उसके लिए तैयार करना होगा,VHP in Ayodhya

वर्तमान कालखण्ड भारत के लिए गौरवशाली तथा सकारात्मक परिवर्तन का कालखण्ड है। सम्पूर्ण विश्व भारतीय संस्कृति की ओर आशा भरी दृष्टि से देख रहा है, क्योंकि उन्हें लगता है कि समस्त वैश्विक समस्याओं का समाधान हिन्दू संस्कृति और जीवन मूल्यों से ही मिल सकता है। आने वाला समय भारत का समय है।

श्रीराम मन्दिर इस परिवर्तन का आधार बन रहा है। श्रीराम मन्दिर अनन्तकाल तक सम्पूर्ण मानवता को प्रेरणा का संदेश देता रहेगा।

VHP in Ayodhya, विश्व हिन्दू परिषद का केन्द्रीय प्रन्यासी मण्डल हिन्दू समाज से आह्वान करता है कि वह अनुशासित, संस्कारित, मर्यादित, कर्तव्यनिष्ठ और धर्माधारित जीवन जीने वाला समाज निर्माण करे। समरस, समृद्ध, सशक्त, सुरक्षित व संगठित समाज निर्माण में सभी अपनी सक्रिय भूमिका निभायें। महिलाओं की गरिमा और सहभागिता सुनिश्चित करने वाला, पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण करने वाला, समस्त विघटनकारी राष्ट्र विरोधी शक्तियों को पराजित करने वाला, सर्वे भवन्तु सुखिनः की कामना करने वाला समाज निर्माण रामजी की कृपा से हम सभी कर सकेंगे, ऐसा हमारा दृढ़ विश्वास है।

VHP in Ayodhya, केन्द्रीय प्रन्यासी मण्डल आह्वान करता है कि रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के बाद अब प्रत्येक हिन्दू अपने जीवन में रामलला के आदर्शों की प्राणप्रतिष्ठा करें। अपने जीवन को उनकी मर्यादाओं का दर्पण बनाना है, तभी हम इस महान कार्यक्रम को और अधिक सार्थक बना पायेंगे, इस प्रस्ताव के प्रस्तावक पटना के‌ कामेश्वर चौपाल, तथा प्रस्ताव का अनुमोदन सुश्री प्रज्ञा महाला, कटक ने किया।

बैठक में एक अन्य प्रताव में राष्ट्रहित में मतदान करने और शत् प्रतिशत मतदान का संकल्प लेने सम्बंधित प्रस्ताव पारित किया गया जिसके प्रस्तावक जीवेश्वर मिश्रा, दरभंगा और अनुमोदनकर्ता सुश्री स्नेहलता पवार, अजमेर थीं

प्रस्ताव में कहा गया कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। प्रत्येक 5 वर्षों के पश्चात् राष्ट्रीय निर्वाचन का महापर्व आता है। लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के संचालन हेतु मतदान अत्यन्त आवश्यक है। यह हमारा राष्ट्रधर्म भी है। निर्वाचन की तिथियों की घोषणा कभी भी हो सकती है।

VHP in Ayodhya,विश्व हिन्दू परिषद का प्रन्यासी मण्डल हिन्दू समाज से आह्वान करता है कि अपने निजी स्वार्थ, जातिगत अभिनिवेश, भाषावाद, सम्प्रदायवाद व क्षेत्रवाद आदि भेदभावों को छोड़कर राष्ट्रहित में मतदान अवश्य करें। यह निर्वाचन भारत के भविष्य को निर्धारित करने वाला है। आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित, समृद्ध और शक्तिशाली भारत सौंपना हम सबका सामूहिक दायित्व है। इस कार्य के लिए ऐसी सरकार का निर्वाचन आवश्यक है जो भारतीय संस्कृति व जीवन मूल्यों का सम्मान तथा उनकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हो।

विश्व हिन्दू परिषद का प्रन्यासी मण्डल हिन्दू समाज से आह्वान करता है कि मतदान को राष्ट्रीय कर्तव्य मानते हुए स्वयं सपरिवार मतदान करें। राष्ट्रहित के लिए ‘नोटा’ का प्रयोग न करें। यह सुनिश्चित करें कि अपने सभी योग्य मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में अवश्य हों तथा मोहल्ले/गांव में सौ प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करावें।

मतदान के दिन ‘पहले मतदान-फिर कुछ और काम’ का संकल्प समाज को दिलाना होगा,VHP in Ayodhya

 

2 thought on “VHP in Ayodhya, अयोध्या में विहिप के प्रन्यासी मण्डल की बैठक ने प्रस्ताव पास कर मंदिर निर्माण के 496 वर्षों के बलिदानियों का जताया आभार।”
  1. एकसोचालीस करोड। भारतवासियों का सपना अब। साकार।हुआ।।जयश्रीराम

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