विधर्मी से विवाह और धोखे की दास्तान का परिणाम था चंडीदेवी जंगल में महिला का मिला शव
ब्लाइंड मर्डर केस में हत्यारे की गर्दन तक पहुंची हरिद्वार पुलिस।
पुलिस टीम को मिला 15हजार रुपए का ईनाम
चण्डीदेवी पैदल मार्ग से सटे जंगल में करीब 30-32 वर्षीय अज्ञात महिला का शव 9 नवम्बर को सुनसान जंगल में मिला था
दोस्ती, प्यार, शादी, धोखा और हत्या के इस मामले में पुलिस ने 3000 से अधिक लोगों से पूछताछ, 800 से अधिक C.C.T.V. कैमरा फुटेज का बारीकी से विश्लेषण करने के बाद आखिरकार मामले का खुलासा कर लिया।
हरिद्वार पुलिस की इस सफलता के लिए IG गढ़वाल द्वारा 10,000/- व एसएसपी हरिद्वार द्वारा 5,000/- के नगद ईनाम की, की घोषणा की गई है।
थाना श्यामपुर के अंतर्गत घटी इस घटना का लब्बोलुआब यह है कि सिड़कुल क्षेत्र में मेल मिलाप होने पर अभियुक्त अजय ने गैर समुदाय की युवती को बदायूं ले जाकर उससे शादी कर ली थी लेकिन कुछ दिन बाद ही मृतका रिश्तेदारी में जाने का बहाना बनाकर गायब हो गई। तभी से अभियुकत अजय अपनी पत्नी को लगातार तलाश रहा था। रोजगार के लिए वापस हरिद्वार लौटे अजय को जब उसके दोस्तों से पता चला की उसकी पत्नी यहीं हरिद्वार में किसी लड़के के साथ रह रही है तो उसने अपनी पत्नी को तलाशकर पुनः साथ रहने के लिए मनाया और अपने साथ किराये के कमरे में ले गया लेकिन धीरे-धीरे दोनों के बीच में छोटी-छोटी बातों को लेकर मन मुटाव और लगभग रोजाना ही झगडा होने लगा। इस पर अजय ने अपनी पत्नी को रास्ते से हटाने का प्लान तैयार किया।
घटना के दिन दिनांक 8 नवंबर को अभियुक्त अपनी पत्नी को मन्दिर घुमाने के बहाने हरिद्वार लाया लेकिन सुनसान जगह न मिलने के चलते अजय उसे हर की पौड़ी से होते हुए पैदल-पैदल चंडी देवी मंदिर के लिए लेकर आ गया। रास्ते में मनमाफिक जगह दिखने पर अभियुक्त थक जाने का बहाना बनाकर बैठने के बहाने अपनी पत्नी को जंगल के सुनसान इलाके में ले गया।
अभियुक्त ने भावनात्मक रूप से नाराजगी जताते हुए पहले तो चाकू निकालकर अपने हाथ पर तीन-चार वार किए और फिर गुस्से में आकर अपनी पत्नी पर चाकू का वार करने का प्रयास किया लेकिन मृतका के विरोध करने पर चाकू छिटककर किनारे गिर गया। अभियुक्त अजय ने मृतका के ऊपर बैठकर उसका गला दबाकर हत्या कर दी और अपने आप को बचते-बचाते हुए पैदल-पैदल बस अड्डे जाकर ऑटो से सिडकुल वाले कमरे में पहुंचा। वहां अभियुक्त ने अपना मोबाइल बंद कर दिया और अपने गांव बंदायू चला गया
पुलिस को घटनास्थल पर मृतका के पहने कपड़ों एवं अन्य जूतियों के अलावा एक खून से सना चाकू, एक पैन के अलावा कोई अन्य साक्ष्य नहीं मिला था। अज्ञात शव की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई महिला सम्बन्धी अपराधों के प्रति गंभीर एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल घटना की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी स्वतंत्र सिंह, सीओ सिटी जूही मनराल, थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, फॉरेंसिक टीम व अन्य मातहत ऑफिसर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और हर मौजूद तथ्य का बारीकी से निरीक्षण कर घटना के जल्द खुलासे के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए टीमें गठित की।
थाना स्तर पर गठित पहली टीम को अज्ञात शव की शिनाख्त का टफ टास्क दिया गया था क्योंकी जंगल के सुनसान इलाके में बरामद शव के आसपास और मुख्य सड़क पर कोई सीसीटीवी कैमरे भी नहीं थे चंडी देवी मंदिर पर भी सिर्फ दो ही सीसीटीवी कैमरे चल रहे थे । इन सभी को देखते हुए पुलिस के सामने महिला की पहचान करना और साक्ष्य जुटाना एक बहुत बड़ी चुनौती थी। मृतका के हुलिए से मिलते जुलते लोगों से पुलिस टीम द्वारा बैरागी, रोड़ी बेल वाला, ज्वालापुर, सराय, बस स्टेंड , रेलवे स्टेशन और अन्य बिहारी बाहुल्य क्षेत्र में महिला की शिनाख्त हेतु लगातार प्रयास किए गए।
द्वितीय टीम द्वारा घटनास्थल के 5 किलोमीटर के रेडियस में स्थित सभी सीसीटीवी कैमरा फुटेज को जुटाकर उनका बारीकी से विश्लेषण शुरू किया जिसमें पुलिस चौकी चंडी घाट, चंडी घाट चौक, चंडी देवी मंदिर, काली माता मंदिर, 4.2 तिराहा आदि कैमरे शामिल थे।
पोस्टमार्टम में महिला की मृत्यु के संभावित समय के आधार पर सेकड़ों सीसीटीवी फुटेज विश्लेषण करने पर मृतका के हुलिए की मिलती-जुलती एक महिला की एक पुरुष के साथ चंडी घाट, हर की पैड़ी, मंशा देवी मार्ग व अपर रोड़ में चहलकदमी दिखी जबकी कुछ समय बाद उक्त पुरुष अकेले ही पहले पैदल और फिर ऑटो से जाता हुआ दिखाई दिया।
उक्त पूरे रूट में फूटेज विश्लेषण एवं ऑटो चालक से पूछताछ के आधार पर सिड़कुल क्षेत्र पहुंची श्यामपुर पुलिस टीम ने परमानंद विहार कॉलोनी की तरफ उक्त व्यक्ति को देखे जाने का सुराग मिलते ही उक्त कॉलोनी में हजारों किराएदारों की योजना के तहत दिन-रात एक करते हुए डोर टू डोर चैकिंग की। कई टीमों द्वारा गली-गली/मौहल्ले-मौहल्ले में घूम-घूमकर बिना रुके-थके मृतका व संदिग्ध की फोटो को लोगों को दिखाकर पहचान के पुरजोर प्रयास किए गए वहीं दूसरी तरफ थाना सिडकुल में पूर्व में किए गए किराएदारों के सत्यापन से भी टीम द्वारा जानकारी जुटाई गई।
कई दिनों तक योजनाबद्ध तरीके से हरिद्वार पुलिस की दिन-रात की गई इस मेहनत के परिणामस्वरुप संदिग्ध व्यक्ति की पहचान अजय निवासी बदांयू के रूप में हुई। संदिग्ध की पहचान पुलिस टीम के लिए अहम सुराग था।
उक्त जानकारी के आधार पर एक टीम तत्काल बदांयू उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई और दूसरी टीम द्वारा संभावित स्थानों पर मुखबीर सक्रिय कर तलाश की गई। चौतरफा प्रयासों के बीच पुलिस टीम ने आखिरकार संदिग्ध व्यक्ति को दिनांक 15/11/23 को मुखबिर की सूचना पर थाना सिड़कुल क्षेत्रान्तर्गत रोशनाबाद से दबोचने में कामयाबी हासिल की। पुलिस द्वारा की गई कड़ी पूछताछ पर अभियुक्त अजय ने युवती की हत्या करने का अपना जुर्म स्वीकार किया।
अभियुक्त दिवाली के बाद कल दिनांक 15/11/23 को ही अपने गांव से वापस रोशनाबाद लौटा था।
अभियुक्तअजय पुत्र राजवीर निवासी सुंदरपुर थाना हजरतपुर, जिला बंदायु उत्तर प्रदेश का रहने वाला है
ब्लाईंड मर्डर केस का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में
CO सिटी जूही मनराल
SO नितेश शर्मा
SI शशि भूषण जोशी
SI बलवंत पंवार
SI अशोक रावत
SI विनय मोहन द्विवेदी
HC. प्रेम थाना ज्वालापुर
C. रमेश कुमार थाना श्यामपुर
C. अनिल रावत थाना श्यामपुर
C. तेजेंद्र थाना श्यामपुर
C. बलवंत थाना कनखल
C. निर्मल रांगड कोतवाली नगर
C. गजेंद्र थाना सिडकुल
C. सुनील तोमर थाना सिडकुल
C. वसीम , एसओजी हरिद्वार शामिल हैं जिनमें घोषित इनाम की रकम वितरित की जायेगी।
गुनहगार कितना ही शातिर क्यों ना हो कभी ना कभी पकड़ा ही जाता है