Water conservation, जल संरक्षण को ग्राम पंचायत सिरचन्दी में 14 लाख रुपए लागत से, मनरेगा के अंतर्गत हो रहा है तलाब निर्माण ।
Water conservation, a pond is being constructed in the village panchayat Sirchandi under MNREGA at a cost of Rs. 14 lakhs.
Water conservation, हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने ब्लॉक भगवानपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत सिरचन्दी में जल संरक्षण के लिए बनाए जा रहे तालाब एव ग्राम पंचायत सिरचन्दी में निर्माणाधीन पंचायत भवन का स्थलीय निरीक्षण किया
जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने आज विकासखंड भगवानपुर क्षेत्रांतर्गत ग्राम पंचायत सिरचन्दी में लगभग 13 बीघा भूमि में जल संरक्षण के लिए बनाए जा रहे तालाब एवं ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन पंचायत भवन का स्थलीय निरीक्षण कर किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए है कि ग्राम पंचायत सिरचन्दी में मनरेगा के तहत जल संरक्षण के लिए जो तालाब का निर्माण कार्य किया जा रहा है उसे गुणवत्ता के साथ और तत्परता से करना सुनिश्चित करे, इसके साथ ही तालाब के सौन्दर्यीकरण के लिए जो भी रेलिंग एव इंटर लॉकिंग का कार्य किया जाएगा उससे गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत सिरचन्दी में निर्माणाधीन पंचायत भवन का निरीक्षण कर चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान एवं खंड विकास अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि गांव के चौमुखी विकास की लिए जो भी कार्य योजना तैयार की जाती है उसका पहला सदन ग्राम पंचायत भवन होता है इसके लिए यह जरूरी है कि पंचायत भवन का जो भी निर्माण कार्य किया जा रहा है उस कार्य को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण करना सुनिश्चित करे। विकास कार्यों में किसी भी शिथिलता एवं लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने निर्माणाधीन पंचायत भवन परिसर के चारों ओर पेड़ पौधे लगाने के साथ ही परिसर में बेहतर ढंग से टाइल्स लगाने के भी निर्देश दिए।
खंड विकास अधिकारी भगवानपुर ने जिलाधिकारी को अवगत कराया है कि सिरचन्दी में जो लगभग 13 बीघा में तालाब का कार्य मनरेगा से कराया जा रहा है जिसकी निर्माण लागत 14 लाख रुपए है ,उन्होंने ये भी अवगत कराया है कि सिरचन्दी में निर्माणाधीन पंचायत भवन के लगात 18 लाख रुपए है, जिसमें राज्य सेक्टर 15वे विक्त एवं मनेरगा के तहत कार्य किया जा रहा है।
इस दौरान परियोजना निर्देशक केएन तिवारी, ग्राम प्रधान अरविंद सहित संबंधित अधिकारी एवं ग्रामीण मौजद रहे।