देहरादून ।मा0 मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में संचालित प्रोजेक्ट उत्कर्ष के तहत चकराता क्षेत्र के 06 सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षिक वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ओएनजीसी, तेल भवन, देहरादून द्वारा कुल 330 सेट (टेबल एवं कुर्सियां) प्रदान किए गए हैं। इस पहल से विद्यार्थियों को अधिक सुविधाजनक और अनुकूल अध्ययन वातावरण प्राप्त होगा, जिससे उनकी शिक्षा में सुधार होगा।

मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने बताया कि राजकीय इंटर कॉलेज, क्वासी चकराता को 50 सेट, अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज, त्यूणी को 50 सेट, राजकीय इंटर कॉलेज, सावड़ा को 50 सेट, राजकीय इंटर कॉलेज, लाखामंडल को 80 सेट, राजकीय इंटर कॉलेज, भटाड को 50 सेट और राजकीय इंटर कॉलेज, बुल्हाड़ 50 को सेट (टेबल एवं कुर्सियां) प्रदान की गई है।

इस महत्वपूर्ण पहल को ओएनजीसी, तेल भवन, देहरादून एवं मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन, देहरादून के संयुक्त प्रयासों से साकार किया गया है। ये संस्थाएं लगातार प्रयास कर रही हैं कि सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को आवश्यक संसाधन मिलें और वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।

जिलाधिकारी सविन बंसल एवं मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने इस सहयोग के लिए ओएनजीसी और मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रोजेक्ट उत्कर्ष के तहत सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को सशक्त किया जा रहा है। यह पहल विद्यार्थियों को बेहतर सीखने का अवसर प्रदान करेगी और उनकी शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।

मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन की निदेशक प्रगति सडाना ने कहा कि यह पहल सरकारी स्कूलों के विकास और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान के अंतर्गत आगे भी जरूरतमंद स्कूलों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने की योजना बनाई जा रही है।

यह पहल न केवल सरकारी स्कूलों के शैक्षिक वातावरण को सुदृढ़ कर रही है, बल्कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित भी कर रही है।

By Shashi Sharma

Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, he provided his strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got his pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of his pen. Delivered.

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