डीजीपी उत्तराखंड ने कांवड़ मेले की शुरुआत से पहले किया गंगा पूजन।
सकुशल और सफल मेले को, की आराधना, लिया आशीर्वाद
पूजा-अर्चना के पश्चात सीसीआर भवन में आयोजित की गई डी-ब्रीफिंग
कांवड़ मेला 2023 हरिद्वार 2 जुलाई
कांवड़ मेले की तैयारियों को परखने हरिद्वार पहुंचे डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार ने सर्वप्रथम हर की पैड़ी पर मां गंगा का पूजन कर गंगा मईया से सकुशल मेला सम्पन्न कराने का आशीर्वाद मांगा।
इसके बाद हर की पैड़ी क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति के बारे में उपस्थित अधिकारियों से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
हरकी पैड़ी क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद डीजीपी ने सीसीआर भवन में कांवड़ मेला ड्यूटी में नियुक्त समस्त सुपर जोनल एवं जोनल पुलिस अधिकारियों के साथ कांवड़ मेले के संबंध में विस्तृत से चर्चा करते हुए अपने लंबे अनुभवों से उपस्थित अधिकारियों का उचित मार्गदर्शन किया।
पुलिस महानिदेशक ने अपने लम्बे अनुभव से कुछ महत्वपूर्ण बिन्दू ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को बताये। उन्होंने कहा
1- धार्मिक विश्वास के अनुरूप इस वर्ष बीते वर्ष से अधिक कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुँचेंगे। हम सभी को प्री प्लान कर आपसी समन्वय से अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है।
2- इस मेले में देश के कई राज्यों से श्रद्धालु आते हैं, जिनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए हमें उन्हें सकुशल उनके गंतव्य हेतु रवाना करना है।
3- प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी की अपने पॉइंट की ड्यूटी बहुत महत्वपूर्ण है जिसे बखूबी निभाना है।
4- समस्त सुपर जोनल एवं जोनल प्रभारियों को अधीनस्थ फोर्स को लगातार मोटिवेटेड करते रहना है, साथ ही उनकी व्यवस्थाओं का भी खयाल रखना है जिससे हमारा जवान 12 घंटे मुस्तैदी के साथ ड्यूटी का निर्वहन कर सकें।
5- किसी भी स्थान पर भीड़ एकत्रित होने पर मुवमेंट कर लोगों को शिफ्ट किया जाना अतिआवश्यक है क्योंकि अक्सर छोटी-छोटी घटनाएं भारी भीड़ के कारण बड़ा रूप ले लेती है।
6- क्राउड कंट्रोल व प्लान लागू करने में फिल्ड ऑफिसर्स के साथ-साथ कंट्रोल रूम की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। यहां नियुक्त अधिकारी भीड़ का आकलन कर यातायात मार्ग की स्थिति से निरंतर उच्चाधिकारियों को अवगत कराते रहेंगे।
7- किसी भी अधिकारी एवं कर्मचारी गणों को किसी भी विषम परिस्थिति मे अपना धैर्य नहीं खोना है l
8- पैरामिलिट्री फोर्सेस के अधिकारीगण भी अपने फोर्स को समय-समय पर ब्रीफ कर यदि प्लानशमें कुछ बदलाव होता है तो उसकी जानकारी देते रहेंगे।
9- ड्यूटी में किसी भी फोर्स के जवान को एग्रेसिव नहीं होना है, अगर कहीं पर स्थिति प्रतिकूल होती है तो लोकल पुलिस अधिकारी को तत्काल सूचित करें जिससे समय रहते स्थिति को सामान्य बनाया जा सके।