Oplus_131072

Ankita Bhandari murder, अंकिता भंडारी हत्याकांड, 30 मई को कोर्ट सुनाएगी फैसला।

Ankita Bhandari murder, case, court will give verdict on May 30.

दो साल ट्रायल के बाद सुनवाई हुई पूरी, 2022 में वनंत्रा रिजॉर्ट में हुई थी रिसेप्शनिस्ट की हत्या।

Ankita Bhandari murder, कोटद्वार अपर जिला एवं सत्र न्यायालय एडीजे कोर्ट में अंकिता हत्याकांड की सुनवाई पूरी हो चुकी है, दोनों पक्षों की बहस और दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है, सुनवाई की अगली तारीख 30 मई निश्चित की गई है।

सुनवाई के दौरान तीनों आरोपियों को जेल से न्यायालय में पेश किया गया, 30 मई को इस मामले में अदालत को अपना फैसला सुनाना है।

मामला 18 सितम्बर 2022 का है वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या हुई थी,मामले की सुनवाई कोटद्वार के एडीजे कोर्ट में 28 मार्च, 2023 से शुरू हुई थी, और लगभग दो साल तक चली।

इस दौरान अभियोजन पक्ष ने विवेचक समेत कुल 47 गवाहों को अदालत में पेश किया,
उत्तराखंड के जिला पौड़ी के अंतर्गत वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करने वाली अंकिता भंडारी की हत्या रिजॉर्ट के मालिक और अन्य दो कर्मचारियों पर करने और शव चीला शक्ति नहर में फेंकने का आरोप है।

घटना के लगभग एक सप्ताह बाद, अंकिता का शव चीला नहर से बरामद होने से पूरे प्रदेश में सनसनी फ़ैल गई थी।

सोमवार को कोटद्वार एडीजे कोर्ट में हुई सुनवाई में अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता विशेष लोक अभियोजक अवनीश नेगी ने बचाव पक्ष की दलीलों का जवाब दिया, और तीनों आरोपियों ,पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को सख्त सजा देने की मांग की।

वनंत्रा रिसोर्ट के मालिक पुलकित आर्य और दो अन्य कर्मचारियों, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के खिलाफ लगभग 500 पन्नो की चार्जशीट अदालत में दाखिल की गई थी। अभियोजन पक्ष ने इस मामले में कुल 97 गवाह बनाए थे, जिनमें से 47 को अदालत में पेश किया गया।

By Shashi Sharma

Shashi Sharma Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, she provided her strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got her pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of her pen. Delivered.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *