चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर सफल लैडिंग की कामना के साथ दूधेश्वर नाथ मंदिर में पूजा हुई शुरू
जब तक सफल लैंडिंग नहीं होगी तब तक मंदिर में पूजन चलेगा।
रुद्राभिषेक, यज्ञ और चारों वेदों का पाठ चलता रहेगाः श्रीमंहत नारायण गिरि
श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा, देश के लिए गर्व का क्षण, सभी करें पूजा-अर्चना
आंध्र प्रदेशः
श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष, श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि
चन्द्रयान 3 आज चन्द्रमा के ऊपर लैंडिंग करने वाला है। चन्द्रयान 3 की सफल लैडिंग के लिए ऐतिहासिक श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है। श्रीमंहत नारायण गिरि ने कहा कि चन्द्रमा हम सभी के जीवन में बहुत महत्व रखता है।
चंद्रमा आदिकाल से ही भगवान शंकर के मस्तक पर विराजमान है। समुद्र मंथन के पश्चात 14 रत्नों के साथ भिन्न-भिन्न वस्तुएँ उत्पन्न हुईं थीं। साथ ही विष भी उत्पन्न हुआ था, जिसको देखकर सारे देवता भयभीत होने लगे तो भगवान शिव ने विष धारण किया। विष धारण करने के पश्चात उनका शरीर उस विष से बहुत जलने लगा तो उसके पश्चात सभी देवताओं ने चंद्रमा से आग्रह किया और भगवान शिव ने चंद्रमा को अपने मस्तक पर धारण किया।
इसलिए भारत के लिये चंद्रमा बहुत महत्वपूर्ण है श्रावण मास है और चंद्रमा शिव को अति प्रिय है। ऐसे समय में चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर लैंडिंग का क्षण हम सभी भारतवासियों और सभी वैज्ञानिकों के लिए बहुत हर्ष व गर्व की बात है। इसी उपलक्ष्य में श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में बुधवार की प्रातः 9 बजे से ही भगवान दूधेश्वर नाथ महादेव का षोडशोपचार पूजन चल रहा है। जब तक चंद्रयान 3 लैंडिंग नहीं करेगा, तब तक भगवान दूधेश्वर नाथ महादेव का षोडशोपचार पूजन,
रुद्राभिषेक, यज्ञ और चारों वेदों का पाठ किया जाएगा। सभी वैज्ञानिकों के उत्तम स्वास्थ्य और मानसिक
सुदृढ़ता के लिए पूजा की जाएगी। उन्होंने सभी देशवासियों को इस ऐतिहािसक व गौरवमयी क्षण की बधाई देते हुए सभी देश वासियों से अपील की कि सभी पूजा पाठ करें ताकि चंद्रयान 3 चंद्रमा पर सफलता पूर्वक लैंडिंग कर देश के लिए एक नया इतिहास रच सके।