पुण्यानंद गिरी के पुतले की शव यात्रा निकाली
अभद्र टिप्पणी के खिलाफ ब्राह्मण समाज में आक्रोश
संत पुण्यानंद गिरी द्वारा एक प्रवचन के दौरान ब्राह्मण समाज के बारे में अभद्र टिप्पणी करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
देहरादून में आज पर्वतजन फाउंडेशन के आवाह्न पर एकत्र हुए ब्राह्मण समाज के तमाम लोगों ने आज देहरादून के परेड ग्राउंड से लैंसडाउन चौक तक पुण्यानंद गिरी के पुतले की शव यात्रा निकाली और लैंसडाउन चौक उसे आग के हवाले कर दिया।
प्रदर्शन में शामिल आंदोलनकारियों ने इस अवसर पर तहसीलदार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया।
पर्वतजन फाउंडेशन के संयोजक शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि सामाजिक सद्भाव और सौहार्द बिगड़ने की किसी को भी छूट नहीं होनी चाहिए।
शिवप्रसाद सेमवाल ने सरकार से मांग की कि तत्काल पुण्यानंद गिरी के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए अन्यथा पूरा ब्राह्मण समाज सड़कों पर उतर जाएगा।
राजेंद्र पंत ने कहा कि इस पूरे मामले में एक हफ्ता बीतने बावजूद पुण्यानंद गिरी ने अपने बयान पर कोई अफसोस तक जाहिर नहीं किया है। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है।
पंडित सदानन्द सेमवाल ने कहा है कि धर्म की नगरी हरिद्वार के पुज्य संत पुण्य नंद गिरी ने जो ब्राह्मण समाज के लिए अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया हे। उससे ब्राह्मण समाज बहुत नाराज हैं। स्वयं एक संत होकर उनका इस प्रकार के शब्दों का वर्णन शोभा नहीं देता। ब्राह्मणों को घोड़ा गधा कहना बहुत अमर्यादित है। ब्राह्मण समाज मे बहुत आक्रोश है।
मनीष गौनियाल ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
इस अवसर पर पंडित अशोक बहुगुणा, आचार्य सूरज डिमरी, आचार्य सदानन्द सेमवाल, शैलेंद्र गुसाईं, विनोद कोठियाल, संजय तितोरिया, प्रवीन कुमार, आचार्य सुधांशु चंदोलिया, हरिकृष्ण नौटियाल, मनीष गौनियाल, आचार्य दीपक बिजल्वाण, आचार्य सुनील शास्त्री, आचार्य सुधांशु, आचार्य मोहन, आचार्य चंद्रमोहन आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे।