कस्सावान नाले में निगरानी के लिए लगाये गये कैमरों का लिंक सीसीआर में स्थापित पुलिस कण्ट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा – जिलाधिकारी
गंगा संरक्षण समिति की बैठक सम्पन्न, जिलाधिकारी ने गंगा घाटों, नालों पर अतिक्रमण की जानकारी ली।
हरिद्वार: जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में बुधवार को मेला नियंत्रण भवन(सीसीआर) में जिला गंगा संरक्षण समिति की एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में सदस्य संयोजक जिला गंगा संरक्षण समिति नीरज कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से गंगा संरक्षण के लिये उठाये गये कदमों आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।
जिलाधिकारी ने बैठक में कस्सावान नाले में आपत्तिजनक सामग्री डालने के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी ली, डीओ फूड सेफ्टी ने बताया कि नाले का तीन बार निरीक्षण किया जा चुका है तथा उस पर निरन्तर निगरानी रखी जा रही है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि निरीक्षण करते समय सम्बन्धित सदस्यों को भी सूचित करते हुये उन्हें भी निरीक्षण में शामिल किया जाये।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने प्रमुख स्थानों व नालों में कैमरे लगाये जाने के सम्बन्ध में भी जानकारी ली, अधिकारियों ने बताया कि कैमरे लगा दिये हैं।
इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन-जिन स्थानों में कैमरे लगाये गये हैं, वे कहां पर लगे हैं, के सम्बन्ध में सूची प्रस्तुत करें तथा उसका लिंक सीसीआर में स्थापित पुलिस कण्ट्रोल रूम को देना सुनिश्चित करें।
इसके अलावा मांग के अनुसार जहां पर भी एक-दो कैमरे और लगने हैं तो उन्हें भी स्थापित करना सुनिश्चित करे।
बैठक में विभिन्न घाटों एवं नालों पर हुये अतिक्रमण को हटाये जाने के सम्बन्ध में चर्चा हुई तो अधिकारियों ने जिलाधिकारी को बताया कि समय-समय पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है तथा कुछ अतिक्रमण सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश की एरिया में है।
इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों ने निर्देश दिये कि यू0पी0 सिंचाई के उच्चाधिकारियों को इस सम्बन्ध में पत्र प्रेषित किया जाये।
जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक में गंगा नदी, नहर, नालों, पुलों पर से यात्रियों एवं स्थानीय निवासियों द्वारा जो फूल आदि सामग्री उत्सर्जित की जाती है, उसकी रोकथाम के लिये जाली आदि लगवाने के सम्बन्ध में बताया गया कि कार्रवाई गतिमान है, जिसे एचआरडीए द्वारा सम्पन्न कराया जायेगा।
मूर्तियों को गंगा आदि में विसर्जन करने के सम्बन्ध में बैठक में जानकारी लेने पर अधिकारियों ने बताया कि मूर्ति विसर्जन हेतु नगर निगम द्वारा पूर्व में स्थान चयनित किये गये हैं तथा इन स्थानों में बोर्ड भी लगाये गये हैं।
इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जहां पर भी बोर्ड लगाये गये हैं, उसकी जीपीएस लोकेशन उपलब्ध कराना सुनिचित करें तथा जो भी बोर्ड लगायें गये हैं उन्हें सदस्यों द्वारा बताये गये स्थानों पर ही स्पष्ट शब्दों लिखकर लगवाना सुनिश्चित करें।
जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक में रामेश्वर गौड़ सदस्य जिला गंगा संरक्षण समिति द्वारा गंगा की स्वच्छता तथा गंगा घाटों के रख-रखाव के सम्बन्ध में उठाये गये विभिन्न बिन्दुओं के सम्बन्ध में भी विचार-विमर्श हुआ।
बैठक में जिला गंगा संरक्षण समिति द्वारा वर्ष 2023-24 में गंगा के संरक्षण तथा जागरूकता के लिये आयोजित किये गये विभिन्न समारोहों के सम्बन्ध में जानकारी देने के साथ ही आगामी माहों में आयोजित होने वाले विभिन्न-सूचना, शिक्षा, एवं संचार गतिविधियों के सम्बन्ध में भी जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) दीपेन्द्र नेगी, सिटी मजिस्ट्रेट रविन्द्र जुआंठा, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई सुश्री मंजू, अधिशासी अभियन्ता जल निगम सुश्री मीनाक्षी मित्तल, एसएनए नगर निगम हरिद्वार अमरजीत कौर, भूमि संरक्षण अधिकारी सोमांस गुप्ता, डीओ फूड सेफ्टी एम0एन0 जोशी, पर्यटन अधिकारी सुरेश सिंह यादव, डीपीओ डीजीसी सत्यदेव आर्य, गंगा प्रहरी मनोज निषाद, एचआरडीए सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।