Freedom fighter, स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवार किसी की कृपा के मोहताज नहीं- रघुवंशी
Freedom fighter, martyr families are not dependent on anyone’s mercy- Raghuvanshi
Freedom fighter, हरिद्वार 7 अप्रैल *हर महीने प्रथम रविवार 10:00 बजे 10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम* अभियान के अंतर्गत आज देशभर में स्वतंत्रता सेनानी स्मारकों शहीद स्थलों पर ध्वजारोहण, राष्ट्रगान एवं राष्ट्रगीत के गायन के बाद पुष्पांजलियां समर्पित की गईं।
हरिद्वार में भी अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क जटवाड़ा पुल ज्वालापुर में ध्वजारोहण के बाद अमर शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार द्वारा माल्यार्पण करके पुष्पांजलियां समर्पित की गईं तथा राष्ट्रगान का गायन किया गया,Freedom fighter,
राजा विजय सिंह स्मृति स्थल कुंजा बहादुरपुर में शिवकुमार सिंह, वटवृक्ष सुनहरा तथा ब्लाक रुड़की में संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी, स्वतंत्रता सेनानी स्तंभ भगवानपुर में नवीन शरण निश्चल, स्वतंत्रता सेनानी स्तंभ लक्सर में यशपाल सिंह, स्वतंत्रता सेनानी स्तंभ बहादराबाद में अशोक कुमार सिंह के नेतृत्व में श्रद्धांजलियां समर्पित की गईं।
Freedom fighter, इस अवसर पर शहीद जगदीश वत्स पार्क में उपस्थित सेनानी परिवारों को स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस उत्साह के साथ पूरे देशभर में अपने पूर्वजों के सम्मान तथा अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए स्वतंत्रता सेनानी स्मारकों तथा शहीद स्थलों पर पुष्पांजलियां समर्पित की गईं, राष्ट्रगान गाया गया, ध्वजारोहण हुआ, उसे देखते हुए हमें विश्वास है कि सरकार को शीघ्र ही यह समझ में आ जाएगा कि *स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवार किसी की कृपा के मोहताज नहीं हैं।* वे अपने पूर्वजों के सम्मान तथा अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए एक न एक दिन सरकार को अवश्य विवश करेंगे।
आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार ने अपने खानदान के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों बाबा भोला सिंह, दादी न्यादरी देवी, पिता तुंगल सिंह तथा माता भागीरथी देवी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बतलाया कि किस तरह पूरा परिवार ही विभिन्न जेलों में बंद था, मां भागीरथी देवी बरेली जेल में बंद थीं, जहां स्वरूपा रानी, सरोजिनी नायडू जैसी क्रान्तिकारी महिलाएं भी साथ थीं, उन्होंने बताया कि मेरे जन्म के दो महीने बाद ही परिवार को हमारे जन्म की जानकारी मिली,
हमारा पूरा परिवार ही देशभक्ति से ओत-प्रोत था।
देश के विभिन्न प्रान्तों से आ रही सूचनाओं के अनुसार द्विजेन्द्र मोहन शर्मा असम, कपूर सिंह दलाल गुरुग्राम हरियाणा, माधवन गणेश दिल्ली, रमेश कुमार मिश्र बहराइच, मुन्ना लाल कश्यप मैनपुरी, राजेश कुमार सिंह अमेठी, महन्थ प्रजापति चौरी चौरा, सुरेश चंद्र बबेले झांसी, इशरत उल्ला खान मुरादाबाद, रमेश चंद्र सविता कानपुर देहात, के पी सिंह मेरठ उत्तर प्रदेश, दिवाकांत झा गोड्डा झारखंड, मुरली मनोहर खण्डेलवाल, अशोक कुमार रायचा रायपुर छत्तीसगढ़, सुनील कुमार गुजराती बुरहानपुर, विशाल सिंह सौदा कोटा राजस्थान, श्रीमती अलका चौहान, श्रीमती करुणा रानी गुप्ता, श्रीमती रेखा देवी, भानु प्रकाश, काशी प्रसाद, तेज नारायण सिंह, ओम प्रकाश बिहार, एस रामानुजम, सन्मुगसुन्दरम तमिलनाडु, उन्नत वेंकैया तेलंगाना, सूर्यमणि विश्वाल उड़ीसा, अप्पासाहेब शिंदे महाराष्ट्र, कमलेश पाण्डेय, शशांक गुप्ता उत्तराखंड जैसे पुरुषार्थियों के पुरुषार्थ से देशभर में स्वतंत्रता सेनानी स्मारकों शहीद स्थलों पर पुष्पांजलियां समर्पित की गईं।
जगदीश वत्स पार्क में ललित कुमार चौहान, नरेंद्र कुमार वर्मा, वीरेंद्र गहलोत, शिवेंद्र सिंह गहलोत, परमेश चौधरी, अर्जुन सिंह राणा, कैलाश चंद्र वैष्णव, आदित्य गहलोत, आदित्य प्रकाश उपाध्याय, अनुराग सिंह, मनीष छाबड़ा, अशोक दिवाकर, रमेश चंद्र गुप्ता, आनन्द पाल सिंह, श्रीमती शीला सिंह, माया देवी, मंजुलता सहित कई सेनानी परिवार उपस्थित रहे, Freedom fighter