Oplus_131074

 Mount Abu,संवाद से समस्याओं का हल निकलता है-प्रोफेसर संजय द्विवेदी

Mount Abu,Problems are solved through dialogue- Professor Sanjay Dwivedi

रामराज्य लाने में मीडिया की भूमिका: मंत्री खराड़ी

– आबू में चार दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन एवं रिट्रीट का हुआ शुभारंभ

—शिवानी दीदी सहित नामचीन हस्तियां रही मौजूद

 रिपोर्ट -डॉ श्रीगोपाल नारसन एडवोकेट माउंट आबू से

माउंट आबू/राजस्थान के ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के ज्ञान सरोवर परिसर में आयोजित चार दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन एवं रिट्रीट का शुभारंभ आज भव्य समारोह के बीच किया गया। नई सामाजिक व्यवस्था के लिए दृष्टि और मूल्य- मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में देशभर से प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, रेडियो और वेब मीडिया से जुड़े संपादक और पत्रकार भाग लेने पहुंचे हैं।

oplus_131106
oplus_131328
oplus_131328
Oplus_131328
oplus_131074

राष्ट्रीय मीडिया महासम्मेलन के इस उदघाटन सत्र में संस्था की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी सुदेश दीदी,ब्रह्माकुमारीज की अंतरराष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर बीके शिवानी,ब्रह्माकुमारीज मिडियविंग के चेयरपर्सन बीके करुणा भाई,वाइस चेयरपर्सन बीके आत्मप्रकाश भाई,पूर्व कुलपति प्रोफेसर मानसिंह परमार,भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी आदि की गरिमामयी उपस्तिथि में बालिकाओं ने खूबसूरत आध्यात्मिक गीत पर नृत्य कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।जयपुर से आई राजयोगिनी बीके चंद्रकला बहन के कुशल संचालन में उदघाटन विषय “नई सामाजिक व्यवस्था के लिए दृष्टि और मूल्य ,मीडिया की भूमिका “पर सार्थक विचार व्यक्त कीए गए।
भोपाल से आए भारतीय जनसंचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि आज नारद जयंती है।

उन्हें हम प्रथम संचारक कहते हैं। संचारक कभी एक स्थान पर नहीं रहते। उनका काम है लोक मंगल है उन्हें सभी प्यार करते हैं।

उनकी प्रमाणिक दृष्टि थी, ऐसी ही दृष्टि पत्रकार की होनी चाहिए। पत्रकारिता किसके लिए, कैसी होनी चाहिए यह बात यहां ब्रह्माकुमारी में सिखाई जाती है। हमारा जो भी ज्ञान है वह विश्व को सुख देने के लिए है। हमे मीडिया का भारतीयकरण करना पड़ेगा। हमारा संचार संवाद का है।

oplus_131074
oplus_133120

हमें दूसरों को दोष देना बंद करना होगा। खुद समस्याओं का समाधान ढूंढना होगा।
प्रोफेसर संजय द्विवेदी ने कहा कि संवाद से समस्याओं का हल निकलता है जबकि खबरों से नकारात्मकता बढ़ती है।विवाद के आधार पर लोकप्रियता बढाना उचित नही।

हमे वैचारिक दासता से मुक्त होकर भारत की विरासत को फिर से आगे बढ़ाना है। ब्रह्माकुमारीज का लक्ष्य मूल्याधारित पत्रकारिता को आगे बढ़ाना है।जिसके लिए करुणा भाई के नेतृत्व में सकारात्मक प्रयास लगातार हो रहे है।उन्होंने पत्रकारों की पीड़ा,समस्याओ को भी रेखांकित किया। अंतरराष्ट्रीय प्रेरक वक्ता बीके शिवानी दीदी ने कहा कि हमें मिलकर रामराज्य लाना होगा।

इसके लिए एक- एक को संकल्प करना होगा। हमारे संस्कारों से ही रामराज्य और रावण राज्य बनता है। संस्कारों से संसार बनता है। यदि हमारे संस्कार दिव्य, पवित्र होगे तो रामराज्य आएगा। हमें आग लगाने वाली नहीं आग बुझाने वाली चिड़िया बनना है। हमें समाज को नई दिशा देने वाला पत्रकार बनना है।

हमें अपने संस्कारों को दिव्य बनाकर स्वर्णिम संसार लाना है। इसमें हर एक को अपनी सहभागिता निभानी है।
बीके शिवानी ने कहा कि रामराज्य आना नही है बल्कि रामराज्य लाना है।जिस दिन प्रत्येक व्यक्ति यह संकल्प कर लेगा कि मुझे ही रामराज्य लाना है इसके लिए काम,क्रोध,मोह,लोभ,अंहकार को छोड़कर परमात्मा के दिये सर्व सद्गुणों को अपनाकर ही अपने संस्कार बदलने होंगे।

संस्कार बदलने से ही संसार बदलता है।यह समय कुछ लोगो के लिए सोने का है,तो कुछ लोग इस समय का उपयोग जागने के लिए करते है,यही जाग्रत स्तिथि हमे देवता समान बना देती है।उन्होंने कहा कि कलियुग से सतयुग में जाने के लिए हमे अपना धर्म निभाना होगा,भले ही शुरुआत खुद से ही क्यो न हो।राजस्थान के गृह रक्षा केबिनेट मंत्री बाबू लाल खराडे ने कहा कि नारद जी वाला काम ही आज के पत्रकार कर रहे है,हम पत्रकारों से बचने की बहुत कोशिश करते है,क्योंकि आप ही हम लोगो को ऊंचा उठाने वाले और आप ही हमारी कमियां सामने आने पर हमें नीचे गिरा देते हो।

इसके लिए निष्पक्ष होना जरूरी है। उन्होंने माना कि इस धरती पर साक्षात भगवान अवतरित होते है।आज हम लोग कुर्सी के लिए लड़ते है,कुर्सी के लिए किसी भी हद तक जा सकते है।इसी कारण रामराज्य की परिकल्पना साकार नही हो पा रही है। कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि आज नेता कुर्सी पाने के लिए और सत्ता में आने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।

नेताओ का नैतिक स्तर का गिरना चिंता का विषय है। हम उस महान संस्कृति से आते हैं जहां भरत जैसे राजा हुए जिन्होंने 14 बरस अपने बड़े भाई श्रीराम के पैरो की खड़ाऊ रख कर शासन चलाया।

आज लोग पैसे कमाने के लिए किसी भी स्तर पर जाने को तैयार हैं। फिर से राम राज्य आएगा इसे कोई रोक नहीं सकता है। इसमें मीडिया को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।

संयुक्त मुख्य प्रशासिका एवं ज्ञान सरोवर की निदेशिका राजयोगिनी बीके स्वदेश दीदी ने कहा कि भारत पुण्य भूमि, स्वर्णिम भारत कहलाता था। हमें अपने कर्मों से फिर से वही भारत लाना है। हम सभी आत्माएं इस शरीर रूपी रथ के राजा है।

– मल्टीमीडिया के निदेशक बीके करुणा भाई ने कहा कि आपका पेशा जवाबदारी का है इसलिए आपका समाज के प्रति अधिक दायित्व है। जब आप स्वयं मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहेंगे तो समाज के लिए बेहतर कर पाएंगे।

इस दौरान राष्ट्रीय संयोजिका बीके सरला आनंद बहन, पूर्व कुलपति मानसिंह परमार, यूके से आए लेखक नेविले होड़ीगसन, राष्टीय संयोजक बीके शांतनु भाई ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इससे पूर्व स्वागत सत्र में ब्रह्माकुमारीज़ के मुंबई घाटकोपर सबजोन की निदेशिका डॉ. राजयोगिनी नलिनी दीदी ने कहा कि हमारे मीडिया के भाई-बहन सबसे महत्वपूर्ण सेवा करते हैं। आप सभी विशेष हो, आपकी सेवा विशेष है। ब्रह्माकुमारीज़ का मकसद है आप सभी को परमात्मा, प्रभु के समीप ले जाना। यही संस्थान का मुख्य उद्देश्य है।

आप सभी अपनी लेखनी से ऐसा प्रकाश फैलाएं कि समाज को नई दिशा और प्रेरणा मिले। हमारी जो वास्तविक पहचान है वह किसी को नहीं दिखाई देती है। वास्तविकता में हम सभी ज्योति स्वरूप आत्मा हैं। यह शरीर तो कर्म करने का साधन है। परमपिता शिव परमात्मा भी ज्योतिर्बिंदु स्वरूप हैं।

मीडिया विंग के उपाध्यक्ष बीके आत्म प्रकाश भाई ने कहा कि आज जिस तेजी से दुनिया में दुख, अशांति बढ़ रही है, इसका मुख्य कारण है पांच विकार- काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार। देह अभिमान के कारण यह सभी विकार बढ़ रहे हैं। दुनिया की सारी समस्याओं की जड़ देह अभिमान ही है।

जब हम देही अभिमान बनते हैं तभी परमात्मा की अनुभूति होती है। ब्रह्माकुमारीज़ का पहला लेशन है कि हम सभी आत्मा हैं। आत्मा का कोई धर्म नहीं होता है। हम सभी एक ही परमपिता शिव परमात्मा की संतान हैं।

राष्ट्रीय संयोजक बीके शांतानु भाई ने स्वागत भाषण देते कहा कि आप सभी का परमात्मा के घर में स्वागत है। चार दिन तक आप सभी यहां के आध्यात्मिक वातावरण का लाभ लें और यहां से ज्ञान और शांति से भरपूर होकर जाएं। बीके निकुंज भाई ने कहा कि आप सभी मीडिया के भाई-बहन अपने घर में, परमात्मा के घर में आए हैं।

ज्ञान सरोवर से ज्ञान की झोली भरकर जाएं। यहां से खुशी, शांति लेकर जाएं जो आपके जीवन में हमेशा के लिए यादगार बन जाएगी। मीडिया विंग द्वारा पिछले तीन दशकों से भारत सहित विश्वभर के अनेक देशों में मीडिया सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं।

इन सम्मेलनों का मकसद है मीडियाकर्मियों के जीवन में सुख, शांति और खुशी लाना है। वलसाड़ से आईं जोनल संयोजक बीके रंजन दीदी ने राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से मीडियाकर्मियों को गहन शांति की अनुभूति कराई। खड़गपुर के आदिकला नृत्य अकादमी की बालिकाओं ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। जिसने सभी का मन मोह लिया।

शुरुआत में ब्रह्माकुमारीज़ की अब तक की यात्रा और आध्यात्मिक ज्ञान पर बनी वॉइस ऑफ टू्थ्र शॉर्ट वीडियो फिल्म दिखाई गई। गायक व कलाकार बीके डेविड भाई ने मधुर गीत की प्रस्तुति दी। अजमेर से आईं विंग की सबजोनल मीडिया समन्वयक बीके योगिनी बहन ने सम्मेलन की रूपरेखा बताई।

अतिथियों का स्वागत पगड़ी पहनाकर और पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया। संचालन मुख्यालय संयोजिका बीके चंदा बहन ने किया। इस महासम्मेलन में दूरदर्शन देहरादून से जुड़ी शशि शर्मा, विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ के उपकुलपति डॉ श्रीगोपाल नारसन,उत्तराखंड सूचना विभाग के उपनिदेशक डॉ मनोज श्रीवास्तव, दिव्य हिमगिरि के प्रधान संपादक कुंवर राज आस्थाना,सोमनाथ वानखेड़े,राजेश राजोरे आदि मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *