जनपद में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जिले के विभिन्न हिस्सों में सड़कों पर पेड़, मलबा और पत्थर गिरने से यातायात बाधित हो गया है। प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों की टीमों को मौके पर भेज दिया है। मार्गों को खोलने के लिए श्रमिकों और भारी मशीनों की तैनाती की गई है तथा अवरुद्ध सड़कों को जल्द से जल्द सुचारू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
लगातार बारिश से लोगों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मार्गों को खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है और बहुत जल्द यातायात बहाल कर दिया जाएगा। साथ ही स्थानीय लोगों और यात्रियों को अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी गई है।
उत्तरकाशी आपदा संभावित जिला होने के कारण प्रशासन ने सभी विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए SDRF और पुलिस की टीमें अलर्ट मोड पर रखी गई हैं। भारी बारिश और भूस्खलन के चलते बंद पड़े मार्गों से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, हालांकि प्रशासन का दावा है कि लगातार प्रयासों से हालात जल्द ही सामान्य कर दिए जाएंगे।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि गंगोत्री, बड़कोट, पुरोला, जानकीचट्टी और इनके आसपास के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश, बिजली के साथ तूफान तथा अत्यधिक तीव्र बारिश होने की संभावना है। इस पूर्वानुमान को देखते हुए जिला प्रशासन ने आम नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।