Ganga water level alert, हरिद्वार में आज शाम गंगा का जलस्तर चेतावनी स्तर से उपर बहने की संभावना।
Ganga water level alert, is likely to flow above warning level in Haridwar this evening.
जिलाधिकारी ने आपदा प्रबन्धन IRS के समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारीयों को हाई अलर्ट पर रहने के आदेश दिए ।
विष्णु बैराज से छोड़ा गया 70 क्यूमेक्स पानी, हरिद्वार में निचले स्थानों पर बाढ़ का अंदेशा।
जिलाधिकारी ने की अपील-:
जनता से अपील की कि नदीय तटीय इलाकों में जाने से बचे, गंगा जी में स्नान करते समय विशेष सावधानी बरतें तथा निर्धारित स्थानों पर ही स्नान करें।
Ganga water level alert, पहाड़ों पर हो रही घनघोर वर्षा के कारण विष्णुप्रयाग बैराज, चमोली में भारी मात्रा में गाद आ जाने के कारण बैराज से आज वर्तमान में 70 क्यूमेक्स यानि (70 घनमीटर पानी प्रति सेकंड ) अतिरिक्त पानी अलकनंदा नदी में छोड़े जाने से हरिद्वार में गंगा का जलस्तर जो वर्तमान में 192.95 मीटर पर दोपहर 2 बजे तक बह रहा था शाम4 बजे तक अप्रत्याशित रूप से बढ़ने की सम्भावना है।
जलस्तर में वृद्धि की सम्भावना के चलते जिलाधिकारी हरिद्वार द्वारा सभी सतर्कता के निर्देश जारी करते हुए आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारीयों को हाई अलर्ट पर रहने के आदेश दिए हैं।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जनसामान्य को सूचित किया है कि विष्णुप्रयाग बैराज द्वारा अलंकनंदा नदी में दिनांक 03.08.2025 प्रातः 1:54 बजे अचानक गाद की वृद्धि होने के कारण जो पानी का बहाव 112 क्यूमैक्स था उसमें 70 क्यूमैक्स की अतिरिक्त वृद्धि की गई है इस प्रकार अलंकनंदा नदी में जल प्रवाह वर्तमान में 182 क्यूमैक्स हो गया है जिससे नदी के निचले हिस्सों में जल प्रवाह तीव्र हो सकता है और जलस्तर में अचानक वृद्धि की संभावना है।
जिलाधिकारी ने जल वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए जनता से अपील की कि नदीय तटीय इलाकों में जाने से बचे, गंगा जी में स्नान करते समय विशेष सावधानी बरतें तथा निर्धारित स्थानों पर ही स्नान करें।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाये। किसी भी आपदा/दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जायें।
आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे।
समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे। समस्त चौकी/थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहेंगे।
किसी भी अधिकारी/कर्मचारी के मोबाईल/फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे। अधिकारीगण बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने हेतु उचित कार्यवाही करेंगे।
इस अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की जायें। नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर किया जाये।