Hemkund Ropeway mega project, हेमकुंड रोपवे महापरियोजना के लिए आभार जताने, विभिन्न सिख संगठनों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री के आवास पहुंचा।
Hemkund Ropeway mega project, A delegation of various Sikh organizations reached the Chief Minister’s residence to express gratitude for the Hemkund Ropeway mega project.
हेमकुंड रोपवे केवल एक संरचनात्मक परियोजना नहीं, हमारी सांस्कृतिक विरासत और श्रद्धा का प्रतीक है- मुख्यमंत्री
Hemkund Ropeway mega project, हेमकुंड साहिब की कठिन यात्रा को सहज बनाने के लिए रोपवे महापरियोजना के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताने को विभिन्न सिख संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंच कर उनसे मुलाकात की।
आज मंगलवार 3 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शासकीय आवास में एस. नरिंदर जीत सिंह बिंद्रा अध्यक्ष श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट, के नेतृत्व में विभिन्न सिख संउगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री का हेमकुंट साहिब रोपवे महापरियोजना के लिए आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने सिख संगठनों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल बनाने के लिए निरंतर कार्य हो रहा है। हेमकुंड साहिब रोपवे न केवल एक संरचनात्मक परियोजना है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत और श्रद्धा का भी प्रतीक है।”
हेमकुंड साहिब रोपवे गोविंदघाट से हेमकुंट साहिब तक 12.4 किमी लंबी परियोजना, जिसकी अनुमानित लागत ₹2,730.13 करोड़ है।
एस. नरिंदर जीत सिंह बिंद्रा ने कहा कि हेमकुंड साहिब सिख धर्म का एक पवित्र और ऐतिहासिक तीर्थ है, वहाँ तक पहुँचने का रास्ता कठिन और जोखिम भरा होता है। इस रोपवे परियोजना से न केवल लाखों श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी यह आर्थिक और सामाजिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि परियोजना का कार्य शीघ्रता से प्रारंभ किया जाएगा और निर्माण के प्रत्येक चरण में पर्यावरणीय मानकों और स्थानीय जनभावनाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
उत्तराखण्ड राज्य में परिवहन एवं अवसंरचना विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के तहत भारत सरकार और उत्तराखण्ड सरकार के बीच लगभग ₹7,000 करोड़ की अनुमानित लागत से देश की सबसे बड़ी रोपवे परियोजना स्थापित करने हेतु समझौता संपन्न हुआ है।
इस साझेदारी के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग लॉजिस्टिक्स एवं निर्माण लिमिटेड (NHLML) और उत्तराखण्ड सरकार के बीच एक संयुक्त विशेष प्रयोजन वाहन (SPV) का गठन किया जाएगा, जिसमें केंद्र सरकार की 51% और राज्य सरकार की 49% हिस्सेदारी होगी। यह SPV राज्य में रोपवे परियोजनाओं के निर्माण, संचालन, प्रबंधन एवं रखरखाव का कार्यभार संभालेगा।
इस प्रयास के तहत कई प्रमुख रोपवे परियोजनाएं प्रस्तावित हैं, जिनमें विशेष रूप से गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक की 12.4 किमी लंबी रोपवे परियोजना प्रमुख है, जिसकी अनुमानित लागत ₹2,730.13 करोड़ है। यह परियोजना श्रद्धालुओं की यात्रा को अत्यंत सुगम, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाएगी, विशेषकर बुजुर्गों और असहाय यात्रियों के लिए यह सुविधा एक बड़ी राहत साबित होगी।
इस अवसर पर एस. गुरबख्श सिंह राजन अध्यक्ष सिंह सभा देहरादून, एस. गुलजार सिंह सचिव सिंह सभा देहरादून, एस. गुरदीप सिंह अध्यक्ष सिंह सभा डोईवाला, एस. ओंकार सिंह अध्यक्ष सिंह सभा नूनावाला, एस. मोहिंदर सिंह बबली, अध्यक्ष सिंह सभा हरिद्वार, एस. हरमोहिंदर सिंह अध्यक्ष सिंह सभा पटेल नगर, एस. साहब सिंह अध्यक्ष सिंह सभा शेरगढ़, एस.ओंकार सिंह राजा सिंह सभा डोईवाला, एस. बलबीर सिंह साहनी अध्यक्ष गुरुद्वारा रेसकोर्स देहरादून एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री नीरज कोहली उपस्थित रहे।