क्या माॅस हिस्टिरिया का शिकार हो रही हैं उत्तराखंड में बच्चियां, या फिर बात कुछ और है ?

 

क्या माॅस हिस्टिरिया का शिकार हो रही हैं उत्तराखंड में बच्चीयां या फिर बात कुछ और है ? माॅस हिस्टिरिया,की एक बड़ी घटना इन दिनों उत्तरकाशी के एक स्कूल में दिखाई दे रही है।

घटना क्रम के अनुसार, राजकीय इंटर कालेज कमद में स्कूल का नया भवन बनाया गया है,नए भवन में कक्षाएं संचालित होने पर कक्षाओं में जाते ही छात्राओं के जोर जोर से रोने और चीखने चिल्लाने की घटना सामने आयी हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जब बीते बृहस्पति वार को अचानक 10 छात्राएं एक साथ बेहोश हो गई तो स्थिती को चिंता जनक माना गया।
जनपद उत्तरकाशी के धौंतरी क्षेत्र में तेज बारिश और खराब मौसम के कारण राजकीय इंटर कॉलेज कमद में एक हफ्ते से छुट्टी चल रही थी।
बुधवार को एक सप्ताह बाद बच्चों के स्कूल के नए भवन में बैठते ही एक के बाद एक छात्रा बेहोश होने लगीं, हालांकि बताया जा रहा है कि बुधवार को भी एक दो बच्चे ही बेहोश हो गये थे, लेकिन गुरुवार को एक साथ 10 छात्राओं के जोरजोर से चीखने-चिल्लाने और फिर रो रो कर बेहोश होने के विडियो भी वायरल किये गये।
शिक्षकों और अभिभावकों ने छात्राओं को बाहर निकाल कर उनको सामान्य करने का प्रयास करने के साथ ही प्रशासन से संज्ञान लेकर समस्या के समाधान की मांग की है।

बताया जा रहा है कि इससे पहले भी उत्तराखंड के चंपावत जिले में ऐसा ही मामला सामने आया था,चंपावत जिला मुख्यालय से 93 किमी दूर स्थित जीआईसी रमक में कुछ छात्राएं एक साथ रोने, चीखने और कक्षाओं से भागने लगी थी।

हालांकि स्थानीय लोग इसे दैवीय प्रकोप मान रहे हैं, लेकिन उत्तरकाशी के प्रशासनिक अधिकारियों से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा ये मात्र माॅस हिस्टिरिया का मामला है और कुछ नहीं, क्योंकि उत्तराखंड देवी-देवताओं का प्रदेश है तो लोग शीघ्रता से ऐसी घटनाओं को दैवीय शक्तियों से जोड देते हैं, इससे पहले भी अन्य कुछ स्थानों पर, बागेश्वर आदि में भी ऐसी ही घटनाएं सामने आई है, जो सामान्य हैं और माॅस हिस्टिरिया के अलावा कुछ नहीं है, और साथ ही यह भी बताया कि अब स्थिती सामान्य है बच्चे कक्षाओं में आराम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
हालांकि भले ही प्रशासन इसे माॅस हिस्टिरिया माने लेकिन उत्तराखंड में वर्तमान में जिस तरह की परिस्थितियां चल रही हैं, ये भी जरूरी है कि स्कूलों के आसपास चलने वाली गतिविधियों पर भी निगरानी की जाये, सम्भव है, जैसा कि सभी बच्चे सामान्य रुप से करते हैं, बच्चों ने स्कूल पहुंचने से पहले बाहर कुछ खरीद कर खाया हो जो असामान्य चीज हो,या असामान्य विक्रेता से खरीदा कोई पदार्थ सेवन किया हो ?

घटना से संबंधित एक विडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें स्कूली बच्चियों को बेसुधी की हालत में चिखते चिल्लाते हुए देखा जा सकता है।

 

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