निर्मल संतपुरा आश्रम स्थित गुरुद्वारे में सिक्खों के 6ठवें गुरु हरगोबिन्द साहिब का प्रकाशोत्सव मनाया।

लव कुमार शर्मा-
सिक्ख समाज के 6ठवें गुरु, गुरु हरगोबिंद साहिब का प्रकाश पर्व निर्मल संतपुरा आश्रम स्थित गुरुद्वारे के संत आशीर्वाद हॉल में धूमधाम से मनाया गया।

सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारे पहुंचकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के आगे अरदास कर माथा टेका।

निर्मल संतपुरा आश्रम स्थित गुरुद्वारे में सिक्खों के 6ठवें गुरु हरगोबिन्द साहिब का प्रकाशोत्सव मनाया।
निर्मल संतपुरा आश्रम स्थित गुरुद्वारे में सिक्खों के 6ठवें गुरु हरगोबिन्द साहिब का प्रकाशोत्सव मनाया।

इस दौरान अमृतसर कीर्तन काउंसिल द्वारा महान कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें भाई गुरबिंदर सिंह, भाई संतोख सिंह जालंधर वाले, भाई मंगत सिंह अमृतसर वाले, भाई भूपेंद्र सिंह फिरोजपुर वाले और सरबजीत कौर ने अपने कीर्तन से सभी को निहाल किया।

इस अवसर पर संतपुरा आश्रम के अध्यक्ष संत जगजीत सिंह शास्त्री ने गुरु हरगोबिंद साहिब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु हरगोबिंद साहिब 11 वर्ष की आयु गुरु बने, उन्होंने मिरी पीरी (लौकिक शक्ति और आध्यात्मिक अधिकार), कीरतपुर साहिब और गतका की स्थापना कर अकाल तख्त का निर्माण करवाया।

गुरु हरगोबिंद साहिब महान बौद्धिक उपलब्धि वाले व्यक्ति थे, जिन्हें कई भाषाओं का ज्ञान था। उन्होंने कमजोर लोगों को जुल्म के खिलाफ लड़ना सिखाया।

इस अवसर पर संत बलजिंदर सिंह शास्त्री, संत त्रिलोचन सिंह, संत महेंद्र सिंह, हरजीत सिंह, महेंद्र सिंह, गुरप्रीत सिंह, टेक सिंह, गुरसाब सिंह, मंजीत सिंह, रिंकू सिंह, हरविंदर सिंह, डा. शीलू, रमणीक सिंह, मनप्रीत सिंह, विक्रम सिंह, रविंद्र सिंह, सरबजीत सिंह आदि सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *