पंचपुरी के राजा का धूमधाम से हुआ सांकेतिक विसर्जन।
शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए गणपति की सवारी पहुंची गंगा तट, लोगों ने किया भव्य स्वागत।
हरिद्वार में गणपति सेवा संघ द्वारा पिछले 33वर्षों से हर वर्ष, ऋषिकुल विद्यापीठ मैदान में चल रहे गणपति महोत्सव कार्यक्रम का आज हर्षोल्लास के साथ सांकेतिक विसर्जन किया गया।
पूरी सजधज के साथ पंजपुरी के राजा की स्थापना 19 सितंबर को विराजमान की गयी थी,हर वर्ष गणपति सेवा संघ द्वारा बाल संस्कृति उत्थान महोत्सव के रूप में मनाया जाने वाला, गणेश उत्सव में स्थानीय और बाहरी कलाकारों द्वारा भी अपनी नृत्य प्रतिभा की प्रस्तुतियां दी जाती है।
इस वर्ष भी शहर के तमाम गणमान्य लोगों की उपस्थिति के बीच बाल कलाकारों ने और प्रशिक्षित कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां देकर लोगों को मंत्रमुग्ध किया।
संघ द्वारा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए गणेश भगवान की प्रतिमा को गंगा में विसर्जित नहीं किया जाता, लगभग बीस फुट ऊंची सुंदर प्रतिमा को गंगा दर्शन कराने के बाद अगले वर्ष के लिए सुरक्षित रख दिया जाता है।
संघ के तमाम अधिकारियों और मिडिया प्रभारी विजय भंडारी ने कहा मां गंगा की शुचिता और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए हमने गणेश प्रतिमा के गंगा में विसर्जन ना करने का प्रण लिया है जो हम हर वर्ष पूरा करते हैं।
गणपति बप्पा मोरया सबका कल्याण हो 🙏