Parliament election,हरिद्वार को लेकर भाजपा, कांग्रेस पहले आप, पहले आप की तर्ज पर अटकी।
Parliament election, Regarding Haridwar, BJP and Congress stuck on the lines of pahle app- pahle app
निराधार कांग्रेस, उमेश कुमार में तलाश रही सम्भावना, और अगर भाजपा लाई कंगना तो ?
🏵️अब तक क्या रहा हरिद्वार का संसदीय इतिहास जानें।
Parliament election, उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस भी भाजपा की राह पर चल निकली है।
आज कांग्रेस ने उत्तराखंड की तीन लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, अल्मोड़ा से प्रदीप टम्टा को रिपीट किया गया है, जबकि पौड़ी से गणेश गोदियाल को पार्टी ने मौका दिया है।
टिहरी सीट पर भी जोत सिंह गुंसोला का नाम फाइनल कर दिया है, लेकिन हरिद्वार और उद्धम सिंह नगर को लेकर कांग्रेस भी भाजपा की तरह असमंजस में है।Parliament election,
दरअसल कांग्रेस के पास जनपद हरिद्वार में कोई जिताऊ प्रत्याशी है ही नहीं, हालांकि एक समय था कि हरिद्वार सीट मुख्य रूप से कांग्रेस की शत-प्रतिशत विजयी सीट मानी जाती थी लेकिन आपसी घटिया गुटबंदी ने कांग्रेस का विकल्प ढूंढने को हरिद्वार की जनता को मजबूर किया।Parliament election, 1977 से अब तक देखें तो शुरुआत में तो जैसे तीन साल का कार्यकाल हरिद्वार सांसद का नसीब बन गया था।
1977- भगवान दास – लोकदल से
1980 – जगपाल सिंह – जनता पार्टी
1984- सुंदर लाल – कांग्रेस आई
1987- उपचुनाव – कांग्रेस
1989- जगपाल सिंह – फिर से कांग्रेस से यहां तक जैसे तीन साल की सांसदी हरिद्वार का दुर्भाग्य बन गया था
1991- राम सिंह कांग्रेस – ने पहली बार 5 साल का कार्यकाल पूरा किया ।Parliament election,
1996 से आया भाजपा का दौर हरपाल सिंह साथी 3 टर्म भाजपा संसद चुने गए
2004 में समाजवादी पार्टी से रजेंडर बाडी संसद बने
2009- कांग्रेस ने फिर जीत हसिल की और हरीश रावत को हरिद्वार से संसादी मिली ।
2014 और 2019 भाजपा को फिर निशंक मिला
लेकिन अफसोस की बात ये है की कोई भी हरिद्वार का वफादार नहीं हुआ, इस बार निशंक हरिद्वार की जनता और पार्टी दोनों के लिए शंका बन गये हैं ।
कांग्रेस को जनाधार वाला नेता ढूंढे से नहीं मिल रहा, भाजपा इंतजार कर रहे है कि कांग्रेस के प्रत्याशी की घोषणा और प्रत्याशी के जनाधार को आंकने के बाद ही अपना प्रत्याशी घोषित करे, जबकि इसी लीक पर कांग्रेस भी भाजपा के प्रत्याशी के नाम की घोषणा के बाद अपना प्रत्याशी घोषित करना चाहती है।Parliament election,
निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर हरिद्वार सीट से ताल ठोंक रहे उमेश कुमार अपने निरंतर बढते जनाधार को लेकर चर्चा में हैं, राजनीतिक पंडित सम्भावना व्यक्त कर रहे हैं कि कांग्रेस इस बार उमेश कुमार पर दांव खेल सकती है, वहीं भाजपा की ओर से कंगना रनौत को अवसर देने की चर्चा है, यदि ऐसा होता है तो हरिद्वार सीट की टक्कर दमदार हो जायेगी और पलड़ा किधर भारी हो जाये ये तो प्रत्याशी घोषित होने के बाद ही अनुमान लगाया जा सकता है, Parliament election,