religion,धर्म-कर्म और दर्शन – 24

religion and philosophy- 24

नवरात्र हों और शक्ति  स्वरूपा दुर्गा के मंत्रों की बात न हो तो सब कुछ अधूरा है।
वरदायनी देवी के हर मंत्र में एक अलग आशीर्वाद छुपा है, अद्भुत शक्तियों से सम्पन्न मंत्रों से कैसे हम अपना और अपनों का कल्याण सुनिश्चित कर सकते हैं ये बता रहे हैं, वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर रमेश खन्ना।
मां दुर्गा सबको सुरक्षित रखे,सबके काज संवारे यही कामना है सादर

शशि शर्मा
संपादक Newsok24.com

अपार शक्ति सम्पन्न हैं नवदुर्गा माँ के मंत्र

1. उपयुक्त इच्छा को पूरा करने के लिए दुर्गा मंत्र ।यह मंत्र सभी प्रकार की सिद्धिः को पाने में मदद करता है, यह मंत्र सबसे प्रभावी और गुप्त मंत्र माना जाता है और सभी उपयुक्त इच्छाओं को पूरा करने की शक्ति इस मंत्र में होती है।
कोई भी मंत्र स्वेच्छा से न करे विधि विधान किसी योग्य व्यक्ति से सलाह लेकर ही करे

ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नम:
2. यह देवी माँ का बहुत लोकप्रिय मंत्र है। यह मंत्र देवी प्रदर्शन के समारोहों में आवश्यक है।
दुर्गा सप्तशती प्रदर्शन से पहले इस मंत्र को सुनाना आवश्यक है।इस मंत्र की शक्ति : यह मंत्र दोहराने से हमें सुंदरता ,बुद्धि और समृद्धि मिलती है। यह आत्म की प्राप्ति में मदद करता है।
ॐ अंग ह्रींग क्लींग चामुण्डायै विच्चे
3. गौरी मंत्र लायक पति मिलने के लिए दुर्गा मंत्र
हे गौरी शंकरधंगी ! यथा तवं शंकरप्रिया,
तथा मां कुरु कल्याणी ! कान्तकान्तम् सुदुर्लभं
4. दुर्गा सप्तशती से शक्तिशाली मंत्र , सब प्रकार के कल्याण के लिये दुर्गा मंत्र
सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥
5.धन प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:
स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या
सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽ‌र्द्रचित्ता॥
6.आकर्षण के लिए दुर्गा मंत्र
ॐ क्लींग ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती ही सा,
बलादाकृष्य मोहय महामाया प्रयच्छति
7. विपत्ति नाश के लिए दुर्गा मंत्र
शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे।
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥
8.शक्ति प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र
सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्ति भूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते॥
9.रक्षा पाने के लिए दुर्गा मंत्र
शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके।
घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च॥
10. आरोग्य और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र
देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
11. भय नाश के लिए दुर्गा मंत्र
सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते।
भयेभ्याहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते॥
12. महामारी नाश के लिए दुर्गा मंत्र
जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥
13. सुलक्षणा पत्नी की प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र
पत्‍‌नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥
14. पाप नाश के लिए दुर्गा मंत्र
हिनस्ति दैत्यतेजांसि स्वनेनापूर्य या जगत्।
सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्योऽन: सुतानिव॥
15. भुक्ति-मुक्ति की प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र
विधेहि देवि कल्याणं विधेहि परमां श्रियम्।
रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि
16. सभी के कल्याण के लिए दुर्गा मंत्र
देव्या यया ततमिदं जगदात्मशक्त्या
निश्शेषदेवगणशक्तिसमूहमूत्र्या।
तामम्बिकामखिलदेवमहर्षिपूज्यां
भकत्या नता: स्म विदधातु शुभानि सा न: ।।
17. शक्तिशाली दुर्गा मंत्र हर तरह के भय एवं संकट से आपकी रक्षा के लिए
रक्षांसि यत्रोग्रविषाश्च नागा यत्रारयो दस्युबलानि यत्र |
दावानलो यत्र तथाब्धिमध्ये तत्र स्थिता त्वं परिपासि विश्वम् ||
18. विघ्नों के नाश, दुर्जनों व शत्रुओं को मात व अहंकार के नाश के लए दुर्गा गायत्री मंत्र
ॐ गिरिजायै विद्महे शिव धीमहि तन्नो दुर्गा प्रचोदयात् ||

नव दुर्गा रक्षा मंत्र
नवरात्रि के प्रत्येक दिन माँ भगवती के एक स्वरुप – श्री शैलपुत्री, श्री ब्रह्मचारिणी, श्री चंद्रघंटा, श्री कुष्मांडा, श्री स्कंदमाता, श्री कात्यायनी, श्री कालरात्रि, श्री महागौरी, श्री सिद्धिदात्री – की पूजा की जाती है। यह क्रम चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को प्रातकाल शुरू होता है। प्रतिदिन जल्दी स्नान करके माँ भगवती का ध्यान तथा पूजन करना चाहिए। सर्वप्रथम कलश स्थापना की जाती है।
ॐ शैलपुत्री मैया रक्षा करो ॐ जगजननि देवी रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः
ॐ ब्रह्मचारिणी मैया रक्षा करो ॐ भवतारिणी देवी रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः
ॐ चंद्रघणटा चंडी रक्षा करो ॐ भयहारिणी मैया रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः
ॐ कुषमांडा तुम ही रक्षा करो ॐ शक्तिरूपा मैया रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः
ॐ स्कन्दमाता माता मैया रक्षा करो ॐ जगदम्बा जननि रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः
ॐ कात्यायिनी मैया रक्षा करो ॐ पापनाशिनी अंबे रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः
ॐ कालरात्रि काली रक्षा करो ॐ सुखदाती मैया रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः
ॐ महागौरी मैया रक्षा करो ॐ भक्तिदाती रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः
ॐ सिद्धिरात्रि मैया रक्षा करो ॐ नव दुर्गा देवी रक्षा करो ॐ नव दुर्गा नमः ॐ जगजननी नमः

*डॉ रमेश खन्ना*
वरिष्ठ पत्रकार
हरिद्वार (उत्तराखण्ड)

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