Shrinath passed away,80 करोड़ की संपत्ति के मालिक बनारस के साहित्यकार का वृद्धाश्रम में निधन, लोगों ने किया अंतिम संस्कार, औलाद ने आना गंवारा नहीं किया।
Shrinath passed away, A writer from Banaras who owned property worth Rs. 80 crores passed away in an old age home. People performed his last rites but his children did not bother to come.
Shrinath passed away, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनको देना चाहते थे “पद्मश्री” लेकिन केवल अपने गुरु को दिये वचन को निभाने के लिए जिस महान साहित्यकार ने इंकार कर अपने स्थान पर ही रहते हुए सम्मान लेने की शर्त रखी,
शिव पुराण और मत्स्य पुराण जैसे महान ग्रंथों का हिंदी अनुवाद करने वाले महान करोड़ पति साहित्यकार बनारस के श्रीनाथ खंडेलवाल का निधन बनारस के ही एक कुष्ठ सेवा संघ के वृद्धाश्रम में 28 दिसम्बर को हो गया ।
400 से अधिक किताबें लिखने वाले और 80 करोड़ की संपत्ति के मालिक खंडेलवाल का शनिवार 28 दिसंबर 2024 को निधन हो गया, उनकी कलयुगी संतान ने उनकी तमाम सम्पत्ति पर कब्जा कर 17 मार्च 2024 को उनके बेटे-बेटी ने उन्हें घर से निकाल दिया था, वे पिछले कुछ महीनों से वृद्ध आश्रम रह रहे थे।
उन्होंने अपने जीवन में 400 से अधिक किताबें लिखी थी जिनमें 18 पुराण,21 उपपुराण और तंत्र की 400 किताबें लिख चुके थे इतना ही नहीं वो 80 करोड़ की संपत्ति के मालिक थे।
श्रीनाथ खंडेलवाल कभी समृद्ध और वैभवशाली थे, श्रीनाथ खंडेलवाल अपनी लेखनी से भारतीय साहित्य को समृद्ध करने वाले सर्वमान्य साहित्यकार थे उनकी लिखी 3000 पन्नों की मत्स्य पुराण की रचना आज भी विद्वानों के बीच चर्चित है।
उन्होंने धार्मिक ग्रंथों पर काम तो किया ही साथ ही आधुनिक साहित्य और इतिहास पर भी कई किताबें लिखीं। उनकी पुस्तकें हिंदी, संस्कृत, असमिया और बांग्ला जैसी भाषाओं में उपलब्ध हैं।
श्रीनाथ खंडेलवाल अपने जीवन के अंतिम दिनों में इंग्लिश में उपलब्ध नरसिंह पुराण का अनुवाद पूरा करने के लिए प्रयासरत थे, लेकिन उनकी यह अंतिम इच्छा अधूरी रह गई।
अब से कुछ महीने पहले उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने अपनी दर्द भरी दास्तान बताई थी। उन्होंने कहा था, “मैंने अपनी पूरी जिंदगी अपने बच्चों के लिए लगाई, लेकिन अब वे मेरे लिए अजनबी बन गए हैं। मेरे पास सब कुछ था, लेकिन आज मैं अकेला हूँ।”
15 वर्ष की उम्र में उन्होंने लिखना शुरू किया और अपने जीवन को पूरी तरह से साहित्य के लिए समर्पित कर दिया, उनका बेटा एक व्यवसायी है और बेटी और दामाद सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं, 80 करोड़ की संपत्ति के मालिक श्रीनाथ खंडेलवाल को वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर होना पड़ा, इस बात का जिक्र करते हुए उन्होंने कुछ समय पहले एक पत्रकार को अपना विडियो साक्षात्कार दिया था जो आज भी यू ट्यूब पर उपलब्ध है।
शनिवार सुबह जब उनकी हालत बिगड़ी, तो अस्पताल से परिजनों को सूचित किया गया। लेकिन बेटा ‘बाहर’ होने का बहाना बनाकर नहीं आया, और बेटी ने फोन तक नहीं उठाया। बताया जा रहा है कि अन्य लोगों ने उनका अंतिम संस्कार किया।
Om Shanti atyan hi dukhad 🙏🙏🙏🙏😢😢