silkyara rescue,बाबा बौंखनाग की शरण पहुंचे सूबे के मुखिया, की मजदूरों की रक्षा के लिए प्रार्थना।
silkyara rescue, The head of the state reached the refuge of Baba Baunkhnag and prayed for the protection of the workers.
एक बार फिर अटक गया है रेस्क्यू ऑपरेशन टनल के लिए डाले गये सरिये बने अड़चन।
silkyara rescue,टनल में फंसे 41 मजदूरों की जीवन रक्षा की गुहार लगाने बाबा बौंखनाग के समक्ष पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा टनल (उत्तरकाशी) पहुंचकर बौखनाग देवता से सभी श्रमिकों की कुशलता हेतु प्रार्थना की,silkyara rescue
माना जा रहा है कि बौंखनाग देवता सुरंग के निकट अपना मंदिर तोड़ें जाने से रुष्ट है जिस कारण टनल हादसे के रूप में उनका क्रोध सामने आया है,silkyara rescue
यूं भी देखा जाये तो टनल दुर्घटना के नौ दिनों तक भी रेस्क्यू कार्य में लगातार कोई सफलता ना मिलने के बाद आखिरकार स्थानीय ग्रामीणों के कहने पर उत्तरकाशी जिले के आला अधिकारियों और पुलिस अधिकारीयों ने अंततः बौंखनाग देवता की पूजा की इसे चमत्कार कहें या संयोग कि उसी दिन छः इंच का पाईप इंसर्ट करने में सफलता मिलने लगी,silkyara rescue,
अन्य अच्छी खबरें भी आई लेकिन, फिर से मिलती हुई सफलता में अड़चनें सामने आ खडी हुई, आज आखिरकार सूबे के मुखिया को बाबा बौंखनाग की शरण जाना पड़ा।
दरअसल उत्तराखंड राज्य देव भूमि कहलाता है जहां कदम कदम पर स्थानीय देवताओं का वास है,और बौंखनाग देवता की उत्तराखंड में बहुत मान्यता हमेशा से रही है।
मैंने पीटीआई की संवाददाता रहते हुए टिहरी बांध की फाऊंडेशन से लेकर निर्माण तक महिनों पर्वतीय क्षेत्रों की कवरेज और भ्रमण किया है,कई दैविय चमत्कारों ने हैरत में डाला, वहां देवताओं के स्थान बड़ी संख्या में हैं, बहरहाल
टनल हादसा होने से कुछ दिन पूर्व एक घटना सामने आई थी जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बौंखनाग देवता की नाराज़गी और सपने की बात कही थी लेकिन किसी ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया।silkyara rescue,