Uttarakhand Governor, उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जर्नल गुरमीत सिंह के कार्यकाल के गरिमामय चार वर्ष पूरे।
Uttarakhand Governor, Lieutenant General Gurmeet Singh (Retired) today completed four years of his tenure as Uttarakhand Governor.
लोकप्रिय राज्यपाल है लेफ्टिनेंट जर्नल गुरमीत सिंह, मैं हूँ न “ वाली फीलिंग मिलती है जनता को।
उत्तराखंड सूचना ज्वाईंट डायरेक्टर उपाध्याय ने राज्यपाल पर लिखी दिल छूने वाली पोस्ट
Uttarakhand Governor, उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जर्नल गुरमीत सिंह रिटायर्ड ने उत्तराखंड राज्यपाल के तौर पर आज अपने कार्य काल के चार वर्ष पूरे किए।
इस अवसर पर उन्होंने भगवान केदारनाथ के दर्शन करने के साथ ही प्रदेश की खुशहाली और निरंतर विकास की कामना करते हुए कहा
“मेरे लिए यह परम सौभाग्य और गर्व का विषय है कि देवभूमि उत्तराखण्ड की सेवा करते हुए आज चार वर्ष पूर्ण हो गए हैं। यह केवल समय की गिनती नहीं, बल्कि समर्पण, आस्था और उत्तराखण्डवासियों के अद्भुत सहयोग की अमूल्य यात्रा रही है।
यहाँ की संस्कृति, परंपराएँ और लोगों की आत्मीयता ने मेरे जीवन को समृद्ध किया है। हर पर्व, हर परंपरा, हर मुस्कान में मैंने ‘उत्तराखण्ड की आत्मा’ को महसूस किया है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी के नेतृत्व और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण में आज उत्तराखण्ड निरंतर विकास पथ पर अग्रसर है, और यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं इस विकास यात्रा का सहभागी बनकर देवभूमि की प्रगति में अपना योगदान दे रहा हूँ। मेरा संकल्प है कि देवभूमि आत्मनिर्भर भारत की शक्ति बनकर उभरे।
माँ नंदा और बाबा केदार की कृपा से उत्तराखण्ड निरंतर नई ऊँचाइयों की ओर अग्रसर हो, यही प्रार्थना है।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जर्नल गुरमीत सिंह के व्यक्तित्व पर एक पोस्ट लिखते हुए उत्तराखंड सूचना निदेशालय में ज्वाईंट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत नितिन उपाध्यक्ष ने राज्यपाल महोदय के व्यक्तित्व को बहुत ही बेहतरीन तरीके से लिखा है, “उनकी सबसे बड़ी खासियत यही है — गरिमापूर्ण स्थायित्व और भरोसे का एहसास। “ मैं हूँ न “ वाली फीलिंग , सामने वाले को आश्वस्त करती हुई , उसे उसके अपने स्वयं के महत्व पर विश्वास दिलाती हुई। कभी गुस्सा नहीं करते।
छोटे से छोटे कर्मचारी को भी आदर से ‘आप’ कहकर संबोधित करते हैं — हर व्यक्ति की गरिमा का ध्यान रखना उनके लिए स्वाभाविक है ।
छोटी-छोटी बातों में भी दूसरों का उत्साह बढ़ाते हैं। गलतियों पर नाराज़ होने की बजाय भरोसा करते हैं कि सामने वाला खुद समझेगा — और अगर समझ गया तो उसका ज़िक्र तक नहीं करते…
Congrats 👏 sir 🎉