Kanwar Yatra mobile app, मुख्यमंत्री उत्तराखंड के निर्देश पर बना कांवड़ यात्रा मोबाइल एप,ग्रीन एड क्लीन यात्रा को हो रहे कडक प्रयास।

Kanwar Yatra mobile app, made on the instructions of Chief Minister Uttarakhand, strong efforts being made for Green and Clean Yatra.

कांवड़ियों द्वारा उतम व्यवस्था को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा जिला प्रशासन का किया गया आभार व्यक्त।

Kanwar Yatra mobile app, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कांवड़ यात्रा 2025 को ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा बनाने के उद्देश्य को सफल बनाने के लिए तथा कांवड़ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओ को स्वच्छता व पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए कांवड़ यात्रा मोबाइल एप का निर्माण भी किया गया है।

हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा कांवड यात्रा में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा के सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री के आदेशों के अनुपालन में तथा जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में कांवड़ यात्रा को स्वच्छ, सुन्दर व पर्यावरणीय अनुकूल बनाने के लिए विशेष पहल की गई है।

जिसके अन्तर्गत कांवड़ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओ को स्वच्छता व पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के साथ जिला प्रशासन द्वारा स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा के सफल आयोजन को अल्प समय में ही कांवड़ यात्रा मोबाइल एप का निर्माण भी किया गया है।

की गई व्यवस्थाओं पर कांवड़ियों द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा जिला प्रशासन का किया गया आभार व्यक्त।

देश के विभिन्न कौनों से कांवड़ यात्रा पर हरिद्वार पहुॅचने वाले शिव भक्तों एवं श्रद्धालुओं हेतु यात्रा मार्ग एवं कांवड़ मेला क्षेत्र में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेशों के क्रम में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं यथा-पेयजल, शौचालय, स्नान, सफाई व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा, विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था, पेयजल आदि व्यवस्थाओं की कांवड़ियों एवं श्रद्धालुओं द्वारा भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।

*डीएम तथा एसएसपी स्वयं ले रहे पल-पल की खबर*

कांवड़ यात्रा के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु जिलाधिकारी मयूर दीक्षित तथा एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा स्वयं विभिन्न क्षेत्रों का लगातार औचक निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं को परख के साथ ही विभिन्न माध्यमों से भी यात्रा मार्ग पर संचालित गतिविधियों पर पैनी नज़र रखते हुए पल-पल की खबर रखी जा रही है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि श्रावण मास में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा का धार्मिक, आध्यत्मिक व सांस्कृतिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण है।

उन्होंने बताया कि कांवड़ मेले को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुचारु रूप से संचालित करने एवं यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को सरल, सुखद व सुरक्षित बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष इन्तजाम किये गये हैं। उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं तथा जन-मानस की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सुपर जोनल, जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रटों के साथ ही सम्बन्धित विभागों के कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई ताकि किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो और यदि फिर भी कोई समस्या उत्पन्न होती है तो उसका बहुत ही कम समय में त्वरित गति से समाधान किया जा सके।

*रियल टाईम मोनीटरिंग की व्यवस्था*

कांवड़ मेले को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और सुचा रूप से संचालित करने के लिए तीसरी आंख यानि सीसीटीवी कैमरो, ड्रोन आदि के माध्यम से 24*7 की तर्ज पर लगातार मोनीटरिंग की जा रही है। मेले के दौरान मोनीटरिंग हेतु सीसीआर में कन्ट्रोल रूम की स्थापना करते हुए पर्याप्त संख्या में कार्मिकों की तैनाती की गई है।

*ग्रीन एण्ड क्लीन कांवड़ यात्रा हेतु सफाई एवं स्वचछता व्यवस्था*

कांवड़ यात्रा के दौरान नगर निगम क्षेत्र हरिद्वार में नगर निगम द्वारा 1650 पर्यावरण मित्रों एवं सफाई कर्मचारियों की तैनाती के साथ ही 10 मुख्य सफाई निरीक्षकों की तैनाती की गई है जोकि प्रतिदिन 24*7 के आधार पर दिन-रात सफाई व्यवस्था में लगे हुए हैं। नगर निगम हरिद्वार द्वारा स्वच्छता हेतु 215 डस्टबिन लगाए गए हैं तथा कूड़े के उचित निस्तारण हेतु 90 वाहनों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 180 टिनशैड शौचालय, 58 सार्वजनिक शौचालय, 08 स्मार्ट टायलेट, 40 मोबाइल टायलेट तथा 120 एफआरपी शौचालय (एफआरपी शौचालय ऐंसे शौचालय होते हैं जोकि स्वच्छता आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।

उच्च स्वच्छता मानकों को सुनिश्चित करने और आरामदायक व कार्यात्मक अनुभव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इनका आंतरिक भाग सौंदर्यपरक रूप से मनभावन है।

प्रत्येक यूनिट में पानी की व्यवस्था, एक उचित सीवेज संग्रहण प्रणाली, और प्रकाश व्यवस्था आदि शामिल हैं। एफआरपी शौचालय एक विश्वसनीय और स्वच्छ समाधान प्रदान करते हैं) की व्यवस्था की गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान जिला पंचायत द्वारा 19 स्थायी शौचालयों 7 चैंजिंग रूम तथा 6 अस्थायी शौचालय व 7 अस्थायी चैंजिंग रूम संचालित किये जा रहे हैं।

*चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था*

कांवड़ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कांवड़ मेला क्षेत्र में 29 अस्थायी चिकित्सा शिविरों की व्यवस्था की गई है। जिसमें 89 चिकित्सकों, 117 फार्मेसिस्टों, तथा 150 अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है तथा समस्त मेला क्षेत्र में निजि व सरकारी कुल 66 एम्बुलेंस की व्यवस्था उपलब्ध है।

*विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था*

दिन-रात चलने वाली कांवड़ यात्रा मार्गो एवं पार्किंग स्थलों पर कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत प्रकाश एवं लाइट की व्यवस्था हेतु विभिन्न आवश्यकता वाले क्षेत्रों में 100 जनरेटर के साथ ही 7500 स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था की गई है।

By Shashi Sharma

Shashi Sharma Working in journalism since 1985 as the first woman journalist of Uttarakhand. From 1989 for 36 years, she provided her strong services for India's top news agency PTI. Working for a long period of thirty-six years for PTI, he got her pen ironed on many important occasions, in which, by staying in Tehri for two months, positive reporting on Tehri Dam, which was in crisis of controversies, paved the way for construction with the power of her pen. Delivered.

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