Black night of heavy
rains,उत्तराखंड में अतिवृष्टि की काली रात, भारी तबाही,कई भवन, मकान, मवेशी और वाहन मलबे की भेंट चढे।
Black night of heavy rains in Uttarakhand, heavy destruction, many buildings, houses, cattle and vehicles fell under debris.
अभी अभी मिली सूचना के अनुसार हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर 295.60 मीटर बढ़ गया है जो खतरनाक स्थिति है, इससे उत्तर प्रदेश के कई इलाके प्रभावित होने की सम्भावना है।
आपदा राहत प्रबंधन दल पूरे प्रदेश में सक्रिय, हरिद्वार में मोबाइल फोन नेटवर्क, बंद।
पीपल कोटी में नगर पंचायत का कार्यालय,तो मालदेवता में एक बडे निजी शिक्षण भवन के मलबे में बहने की खबर।
Black night,उत्तराखंड में अतिवृष्टि की काली रात गोपेश्वर में बादल फटने से सोल घाटी में थराली और खेड़ा गांव में भारी नुक़सान हुआ है, पीपल कोटी में और
गोपेश्वर में कई मकान दुकानें, गोशालाऐं मलबे में दब गई हैं।
पीपल कोटी गटोरा दादर बगड़ में नगर पंचायत के कार्यालय, सहित कई आस पास के मकान भी मलबे में दबने की सूचना है,Black night
बैली ब्रिज, आरसीसी ब्रिज के भी बह जाने की सूचना है, कई मवेशियों और वाहनों के भी भारी बारिश में बह जाने की जानकारी मिल रही है।
जनपद रुद्रप्रयाग देर रात्रि को हुई भारी बारिश के कारण जनपद में कई स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग को क्षति पहुंची है।
पुलिस के अनुसार जनपद के स्थान बांसवाड़ा के पास एवं कुण्ड बैराज के पास गुप्तकाशी की ओर सड़क का कुछ हिस्सा भूस्खलन के कारण नदी में समा गया है।
इन स्थानों पर भारी वाहनों के आवागमन के लिए जगह नहीं बची है। थाना ऊखीमठ एवं थाना गुप्तकाशी पुलिस के स्तर से इन स्थानों पर सड़क किनारे पत्थरों की मार्किंग की गयी है।
बांसवाड़ा से बष्टी की तरफ जाने वाले पुल के पास मार्ग धंस गया है। इसके अतिरिक्त जनपद क्षेत्रान्तर्गत बह रही अलकनन्दा एवं मन्दाकिनी नदियों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है, इन दोनों नदियों ने काफी रौद्र रूप धारण किया हुआ है।
Black night, रौद्र हुई नदियों से कहीं-कहीं पर काफी भू कटाव भी हो रहा है। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस के स्तर से नदियों की तरफ न जाने, सुरक्षित स्थानों पर ही रहने व अनावश्यक सफर न करने की निरन्तर अपील की जा रही है।
SDRF के अनुसार उत्तराखंड राज्य में भारी वर्षा से जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त, हो गया है, विगत रात्रि से हो रही लगातार वर्षा के कारण सामान्य जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
कहीं जलभराव व कही वाहनों के बहने की सूचना पर मणिकांत मिश्रा, कमांडेंट SDRF के निर्देशानुसार SDRF टीमें रात भर राहत एवं बचाव कार्य में जूटी रही तथा अभी भी रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।
SDRF की टीमों ने विगत रात्रि जगह-जगह रेस्क्यू कर लोगों की जान बचाई एसडीआरएफ के राहत कार्यों का ब्यौरा एक बरसाती आफत का एक चित्र दिखाता हुआ लगता है देखें,
1. ऋषिकेश में खारा स्रोत के पास कुछ घरों में जलभराव होने से लोगों के फंसे होने की सूचना प्राप्त होते ही SDRF टीम द्वारा तत्काल मौके पर पहुँचकर मकान में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।
2. ऋषिकेश में गली नंबर- 11 गीता नगर, आईडीपीएल गेट के पास कुछ मकानों में जलभराव होने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर मकानों में निवासरत परिवारों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
3. आमबाग, ऋषिकेश में एक गर्भवती महिला के पानी मे फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए श्रीमती चांदनी देवी W/O नितिन उम्र 32 वर्ष, मूल निवासी देवबंद, हाल पता आम बाग को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया।
4. कांगड़ी श्यामपुर, हरिद्वार में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने के दृष्टिगत SDRF टीम द्वारा उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार एहतियात के तौर पर कांगड़ी गांव के गंगा किनारे की झोपड़ियां को खाली करवाया गया तथा 70 से 80 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर (धर्मशाला सिंह साहब) कांगड़ी में पहुँचाया गया।
5. भोगपुर के पास एक कार जिसमें 04 लोग सवार थे, के नाले में फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर स्थानीय पुलिस की सहायता से सुरक्षित निकाला गया तथा वही फंसे बाइक सवार 02 लोगों को भी SDRF टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया।
6. लक्ष्मणझूला क्षेत्रान्तर्गत बैराज के पास एक वाहन के पलटने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुँचकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। वाहन में सवार एक महिला व 02 बच्चे लापता है।
7. जोगियाना, मोहनचट्टी में मलबा आने से एक परिवार के दबे होने की सूचना पर SDRF टीम मौके के लिए रवाना हुई। अनेक स्थानों पर मार्ग बाधित होने के कारण रेस्क्यू टीम को मौके तक पहुँचने के लिए अत्यधिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा हैं।
8. जनपद रुद्रप्रयाग के रतूड़ा में 02 व्यक्तियों के नवनिर्मित रेलवे टनल में फंसने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा अन्य सहयोगी टीमों के साथ त्वरित रेस्क्यू अभियान चलाते हुए पवन कुमार गुप्ता, निवासी झारखंड व रंजय कुमार मिश्रा, निवासी, बिहार को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया।
SDRF टीमें लगातार रात भर से राहत एवम बचाव कार्यों में लगी हुई है। विभिन्न स्थानों से घटनाओं की सूचनाओं पर रेस्क्यू टीमों द्वारा तत्काल प्रतिवादन किया जा रहा है।
अभी के हालात ये हैं कि एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा खुद ग्राउंड ज़ीरो पर मौजूद रह कर बचाव अभियान चलाये हुए हैं।
Black night, आज 14 अगस्त को सुबह ऋषिकेश से आगे तपोवन में राहत एवं बचाव कार्यों का संचालन करते समय मणिकांत मिश्रा, कमांडेंट, SDRF ने शिवपुरी से ऋषिकेश की ओर 3 पर्यटक मार्ग बाधित होने के कारण काफी दूर से पैदल चलते हुए आ रहे थे।
भूस्खलन प्रभावित ज़ोन होने के कारण यह लोग ,किसी भी समय मार्ग पर मलबा आने से किसी बड़ी मुसीबत में पड़ सकते थे जिन्हें संभावित खतरे से तत्काल रेस्क्यू किया जाना नितांत आवश्यक था।
कमांडेंट SDRF के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम द्वारा तीनो पर्यटकों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया,Black night.