Oplus_131072

Brahmakumaris, ब्रह्माकुमारीज़ नारी सशक्तिकरण की मिसाल है – कैबिनेट मंत्री संपत्तिया उईके

Brahmakumaris, are an example of women empowerment – Cabinet Minister Sampatiya Uikey

पत्रकार इस सोच के साथ काम करें कि मैं लाऊंगा रामराज्य – शिवानी

हम पत्रकार तो प्रतिदिन चाहें न चाहे रावणों का संरक्षण करते हैं तो कैसे लायेंगे रामराज्य – शशि शर्मा

माऊंट आबू में चार दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन एवं रिट्रीट का समापन,मप्र की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कैबिनेट मंत्री हुई शामिल

Brahmakumaris, माउंट आबू, राजस्थान में ब्रह्माकुमारीज़ के चार दिवसीय राष्ट्रीय मिडिया सम्मेलन में मूल रूप से राम राज्य की स्थापना और विभिन्न कार्मिक क्षेत्रों में आध्यातम के महत्व को बढाने पर चिंतन किया गया, सम्मेलन में देश भर से आये पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए ब्रह्मा कुमारीयों की विश्व विख्यात आध्यात्मिक उपदेशिका शिवानी वर्मा ने सीधे-सीधे पत्रकारों को ईश्वर की ओर से चुने गये पात्रों की उपाधि देते हुए रामराज्य लाने का उत्तरदाई बनने को कहा उन्होंने कहा “हम यह पूछ रहे हैं राम राज्य आना है या लाना है, और मैंने लाना है ये सोचना होगा तभी रामराज्य आ सकेगा।,Brahmakumaris

Brahmakumaris, ब्रह्माकुमारीज़ नारी सशक्तिकरण की मिसाल है - कैबिनेट मंत्री संपत्तिया उईके
Brahmakumaris, ब्रह्माकुमारीज़ नारी सशक्तिकरण की मिसाल है – कैबिनेट मंत्री संपत्तिया उईके

Brahmakumaris, सम्मेलन में अधिकांश रामराज्य और स्प्रिचुअलिजम पर ही चर्चा बनी रही , पहले दिन का पहला सत्र दैनिक जीवन में आध्यातम और राजयोग की भूमिका पर चर्चा हुई दूसरे दिन के पहले सत्र में नई सामाजिक व्यवस्था के लिए दृष्टि और मूल्य – मिडिया की भूमिका, पर शिक्षाविदों और पत्रकारों ने चर्चा की।

दूसरे सत्र में , मूल्यनिष्ठ समाज के लिए दृष्टि और उद्देश्य विषय पर चर्चा हुई
दूसरे दिन ब्रह्मा कुमारी आध्यात्मिक मोटिवेशनल स्पीकर बी के शिवानी का ,”काम के दबाव को आनंद के साथ प्रबंधित करें ” पर पत्रकारों और अतिथियों ने शिवानी को सुना।

ब्रह्माकुमारीज्, माऊंट आबू में
ब्रह्माकुमारीज्, माऊंट आबू में

Brahmakumaris, तीसरे दिन के पहले सत्र में आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता बनाम कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर विद्वान अतिथियों ने चर्चा की।

तीसरे दिन पत्रकारों और अतिथियों ने नगर भ्रमण और खेल प्रतिस्पर्धाओं में भागीदार की और ब्रह्मकुमारीज द्वारा संचालित संस्थानों को देखा।

ब्रह्माकुमारीज्, माऊंट आबू में
ब्रह्माकुमारीज्, माऊंट आबू में

सम्मेलन के चौथे और अंतिम दिन टाॅक शो का आयोजन किया गया जिसमें देहरादून, मुम्बई, रुड़की, जयपुर, दिल्ली प्रयागराज, आगरा, गांधी नगर, आबू और हरिद्वार से वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती शशि शर्मा ने व्यवसायिक अनुशासन में आध्यात्मिक ज्ञान की आवश्यकता पर चर्चा की।

वरिष्ठ पत्रकार शशि शर्मा ने कहा शिवानी जी आप पत्रकारों से रामराज्य लाने की बात कह रही है, लेकिन हम पत्रकार तो प्रतिदिन चाहें न चाहे रावणों का संरक्षण करते हैं तो ये कैसे सम्भव होगा।,Brahmakumaris

oplus_131106
oplus_131074
oplus_131074
oplus_131074
oplus_131074
oplus_133120

सम्मेलन के समापन सत्र में मप्र की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी कैबिनेट मंत्री संपत्तिया उईके ने मीडियाकर्मियों से आहृान करते हुए कहा कि समाज में जो कुछ अच्छा कार्य हो रहा है, उन्हें प्राथमिकता से दिखाएंगे तो समाज में अच्छा माहौल बनेगा। जो लोग सामाजिक क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रहे हैं उन्हें आगे बढ़ाएंगे तो निश्चित रूप से परिवर्तन आएगा।

मंत्री उईके ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान नारी सशक्तिकरण की मिसाल है। संस्थान में नारी शक्ति को आगे रखा जाता है। यहां की बहनों का पवित्र प्रेम देखकर हृदय भाव-विभोर हो जाता है। संस्थान की सामाजिक बदलाव में सेवाएं महत्वपूर्ण हैं। लोगों को योग से जुड़ना चाहिए।,Brahmakumaris

ब्रह्माकुमारीज़ 20 विभिन्न प्रभागों के माध्यम से सामाजिक सेवाएं कर रही है। साथ ही यौगिक खेती के माध्यम से किसानों के लिए कार्य किया जा रहा है। नशा मुक्ति के क्षेत्र में भी संस्था सराहनीय कार्य कर रही है। ब्रह्माकुमारीज़ जैसी सामाजिक संस्थाओं के कार्यों को आज हमें बढ़ावा देने की जरूरत है, इससे ही समाज में अच्छाई का संदेश जाएगा।

यहां से हमें सीखने की जरूरत है-
विदेश मंत्रालय में ओएसडी आईएफएस अधिकारी डॉ. सी. राजशेखर ने कहा कि यहां आकर बहुत खुशी हुई है। हमारे लिए बदलाव का एक मौका है। यहां जो ज्ञान दिया जा रहा है जो बातें बताईं जा रही हैं, यदि हम इन्हें जीवन में धारण करेंगे तो निश्चित रूप से बदलाव आएगा। ब्रह्माकुमार भाई-बहनें लोगों में बदलाव लाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

हम सभी को यहां से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।
राष्ट्रीय संयोजक डॉ. बीके शांतनु ने एजेंडा पेश करते हुए कहा कि चार दिन चले सम्मेलन में सभी वरिष्ठ पत्रकारों ने एक स्वर में कहा कि नई सामाजिक व्यवस्था के लिए सकारात्मक दृष्टि और नैतिक मूल्य जरूरी है।

इसमें मीडिया को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। इस दौरान महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के असिस्टेंट इंजीनियर डॉ. अमित कुमार विश्वास द्वारा लिखित भूमंडलीकरण मीडिया की आचार संहिता पुस्तक का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।

इन्होंने भी व्यक्त किए विचार-
– भागलपुर से आए इग्नू के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कमलेश मीना ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ से राजयोग मेडिटेशन सीखकर मेरे अंदर बहुत बदलाव आए हैं। ऊं शांति कहने मात्र से सकारात्मक ऊर्जा से भर जाते हैं। मैं हमेशा कहता हूं कि गुनाह करके कहा जाओगे गालिब, ये जमीं, आसमां उसी का है।

– जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष हरि बल्लभ मेघवाल ने कहा कि आज पूरा मीडिया कार्पोरेट के पास चला गया है। सोशल मीडिया आने से पत्रकारिता के मूल्यों में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। पत्रकारिता में मूल्यों को बनाए रखने के लिए ब्रह्माकुमारीज़ जैसी संस्थाओं की बहुत जरूरत है।

– पंडित दीनदयाल ऊर्जा विश्वविद्यालय में भाषा एवं साहित्य विभाग के प्रो. व वरिष्ठ पत्रकार डॉ. प्रदीप मलिक ने कहा कि मीडिया एक नहीं है उसके बहुत सारे एलीमेंट हैं। गुड मीडिया पर्सन को पहचानकर उनके साथ आगे बढ़े और काम करते रहें। सभी को मिलकर मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता के लिए कदम बढ़ाने होंगे।

– वरिष्ठ पत्रकार बीके अवतार ने कहा कि पत्रकारिता का स्वर्णिम इतिहास रहा है। देश में जितनी भी क्रांतियां हुईं हैं, सामाजिक कुरुतियों को दूर करने में जो परिवर्तन हुआ है उसमें पत्रकारों की अहम भूमिका रही है। जैसे समाज में मानवीय मूल्यों की कमी आई है, उससे पत्रकारिता भी अछूती नहीं रही है।

– इंदौर से आए रेडियो सरगम 90.8 एफएम के निदेशक आशीष गुप्ता ने कहा कि सामाजिक व्यवस्थाओं के सकारात्मक परिवर्तन में मीडिया ने हमेशा से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ब्रह्माकुमारीज़ के माध्यम से परमपिता परमात्मा ने जो संदेश मानवता के लिए दिया था यदि उसे मीडिया जन-जन तक पहुंचाए तो निश्चित रूप से समाज में परिवर्तन आएगा।

– इंदौर से आए साधना समाचार के न्यूज एडिटर पंकज दीक्षित ने कहा कि आज हमारे लेखन का समाचार पर प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है यह चिंतन का विषय है। मीडिया समाज को बदलते-बदलते कम स्वयं बदल गया हम समझ ही नहीं पाए। पहले मीडिया को पवित्र बनना होगा, तब समाज में बदलाव आएगा।
– ग्वालियर के आईटीएम विश्वविद्यालय में जेएंडएमसी में विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष जैसवाल ने कहा कि बिना नैतिक और मानवीय मूल्यों के हम आगे नहीं बढ़ सकते हैं।
– हैदराबाद से आईं मीडिया विंग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके सरला आनंद बहन, ग्वालियर से आए प्रेरक वक्ता बीके प्रहलाद, मोहाली से आए जोनल को-ऑर्डिनेटर बीके करमचंद ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सिद्धपुर से आईं सबजोन कोआर्डिनेटर बीके बीके विजया बहन ने राजयोग मेडिटेशन के माध्यम से सभी को शांति की गहन अनुभूति कराई। संचालन अजमेर सबजोन की जोनल कोर्डिनेटर बीके योगिनी बहन ने किया।

टाॅक शो सहित पूरे कार्यक्रम के प्रसारण को विश्व के 139 देशों में सीधे देखा गया, Brahmakumaris

व्वसायिक अनुशासन में आध्यात्मिक ज्ञान की आवश्यकता विषय पर टॉक शो में सम्मेलन में समापन सत्र में व्यावसायिक अनुशासन में आध्यात्मिक ज्ञान की आवश्यकता विषय पर टॉक शो का आयोजन किया गया। इसमें मुंबई की लोक सामना न्यूज़ की ऑल इंडिया ब्यूरो चीफ डॉ. दीप्ति जोशी ने कहा कि जीवन का कोई भी क्षेत्र हो आध्यात्मिक ज्ञान की जरूरत होती है। रुड़की के डिवाइन मिरर चैनल के संपादक डॉ. श्रीगोपाल नरसन ने कहा कि आध्यात्मिकता के कारण मेरे प्रोफेशन में काफी बदलाव आए हैं। हम अपने मन पर शासन करें न कि मन हम पर शासन करे। देहरादून के दैनिक श्रीमत एक्सप्रेस के संपादक डॉ. दीनदयाल मित्तल ने कहा कि मूल्य हमारी व्यक्तिगत चेतना पर निर्भर करते हैं। हम किसी भी क्षेत्र में कार्य करें, मूल्यों का स्थान महत्वपूर्ण होता है,Brahmakumaris

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *